छत्तीसगढ

Raipur Firing News: 38वीं बटालियन के कैंप में आपसी विवाद में कांस्टेबल ने ASI को गोली मारी, मौके पर हुई मौत

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां 38वीं बटालियन इंडो-तिबेटन बॉर्डर पुलिस (ITBP) के कैंप में एक कांस्टेबल ने आपसी विवाद के चलते एक ASI (Assistant Sub Inspector) को गोली मार दी। इस गोलीबारी में ASI देवेंद्र सिंह दहिया की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी कांस्टेबल सरोज कुमार बिहार का रहने वाला है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

क्या हुआ घटना के दौरान?

रायपुर जिले के एसपी लाल उमेंद सिंह ने बताया कि यह घटना आज सुबह 38वीं बटालियन के कैंप में हुई। यह कैंप खरोरा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में स्थित है। उमेंद सिंह के अनुसार, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कांस्टेबल सरोज कुमार ने अपनी सर्विस INSAS राइफल से ASI देवेंद्र सिंह दहिया पर गोली चलाई, जिससे उनकी मौत हो गई।

गंभीर रूप से घायल होने के बाद दहिया की मौके पर ही मौत हो गई। गोलीबारी की यह घटना ITBP कैंप में एक आपसी विवाद के बाद हुई, जिसे लेकर पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।

विवाद के कारण फायरिंग

पुलिस के मुताबिक, यह घटना ASI देवेंद्र सिंह दहिया और कांस्टेबल सरोज कुमार के बीच किसी न किसी विवाद के कारण हुई। हालांकि, विवाद के कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुए हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि कुछ समय से दोनों के बीच मनमुटाव चल रहा था। इस विवाद के बाद ही सरोज कुमार ने अपनी राइफल से देवेंद्र सिंह दहिया पर गोली चला दी, जो कि तुरंत उनकी मौत का कारण बनी।

घटना के बाद, पुलिस टीम को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर भेजा गया और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और अब पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।

Raipur Firing News: 38वीं बटालियन के कैंप में आपसी विवाद में कांस्टेबल ने ASI को गोली मारी, मौके पर हुई मौत

आरोपी कांस्टेबल की गिरफ्तारी और पुलिस जांच

आरोपी कांस्टेबल सरोज कुमार की पहचान बिहार के एक छोटे से गांव के निवासी के रूप में हुई है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल से पूछताछ जारी है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि आखिर किस वजह से उसने इस गंभीर कदम उठाया।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और वह पूरी घटना की गहराई से जांच कर रही है। इसके अलावा, कैंप में मौजूद अन्य कर्मचारियों से भी बयान लिए जा रहे हैं ताकि विवाद के असली कारणों का पता लगाया जा सके।

पुलिस की अपील और समाज में बढ़ती सुरक्षा चिंता

रायपुर पुलिस ने घटना के बाद जनता से अपील की है कि वह इस मामले को लेकर अफवाहें न फैलाएं और पुलिस की जांच प्रक्रिया में सहयोग करें। यह घटना समाज के लिए भी एक गंभीर सवाल खड़ा करती है, खासकर सुरक्षा बलों के बीच आपसी विवादों के चलते ऐसी घटनाएं बढ़ने की संभावना पर चिंता जताई जा रही है।

इसी तरह की घटनाओं से सुरक्षा बलों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठते हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों के अंदर विवादों के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, यह एक अहम मुद्दा बनकर सामने आ रहा है। अधिकारियों ने कहा है कि इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए सुरक्षा बलों के अंदर उचित मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम और संवाद की प्रक्रिया को बेहतर बनाने की आवश्यकता है।

रायपुर में हुए इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर से सुरक्षा बलों के अंदर आपसी विवादों के परिणामस्वरूप होने वाली हिंसा को उजागर किया है। इस घटना से यह साफ है कि कार्यस्थल पर तनाव और विवादों का उचित समाधान करना बेहद महत्वपूर्ण है। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। अब सवाल यह है कि इस प्रकार की घटनाओं को कैसे रोका जाए और पुलिस तथा सुरक्षा बलों के अंदर तनाव और विवादों को कैसे कम किया जा सकता है।

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