मध्य प्रदेश

MP में किसानों की समस्याओं को लेकर सियासी घमासान: ‘सात मंगलवार बीत गए, कृषि मंत्री ने समय नहीं दिया’ – क्या है कांग्रेस और BJP के बीच का विवाद?

मध्य प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर एक बार फिर से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने किसानों की समस्याओं को लेकर कृषि मंत्री से मिलने का समय मांगा था, लेकिन सात मंगलवार बीत जाने के बावजूद उन्हें समय नहीं दिया गया। वहीं, इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी पटवारी के आरोपों का जवाब दिया है।

जीतू पटवारी के आरोप

जीतू पटवारी का कहना है कि मध्य प्रदेश में किसानों को उर्वरक नहीं मिल रहा है और उनकी फसलों के उचित दाम भी नहीं मिल रहे हैं, जिससे किसान बेहद परेशान हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस की ओर से कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने का समय मांगा गया था, लेकिन अब तक समय नहीं मिला। पटवारी का आरोप है कि किसानों के लिए राज्य सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं और किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।

पटवारी ने कहा, “सात मंगलवार बीत गए, लेकिन कृषि मंत्री ने हमें समय नहीं दिया। यह सरकार किसानों के मुद्दों को लेकर संवेदनहीन है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य केवल राजनीति करना नहीं है, बल्कि किसानों की वास्तविक समस्याओं को हल करवाना है।

बीजेपी का पलटवार

भारतीय जनता पार्टी ने पटवारी के आरोपों का कड़ा जवाब देते हुए कहा कि यह मुद्दा सिर्फ राजनीति करने के लिए उठाया गया है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया ने पटवारी को “अब तक का सबसे असफल कांग्रेस अध्यक्ष” करार दिया और कहा कि शिवराज सिंह चौहान के पास किसानों के लिए पूरा समय है, लेकिन पटवारी के लिए नहीं। उन्होंने कहा, “शिवराज जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए किसानों की भलाई के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने किसानों की समस्याओं को सुनने के लिए हर मंगलवार को सार्वजनिक सुनवाई का दिन तय किया था। अब कृषि मंत्री के तौर पर भी उनका ध्यान पूरी तरह किसानों की समस्याओं पर है।”

किसानों के लिए सरकार की योजनाएं और प्रयास

बीजेपी प्रवक्ता सिसोदिया ने आगे बताया कि राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को आवश्यक उर्वरक उपलब्ध कराने और उनकी फसलों के उचित दाम दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने कई नीतिगत फैसले लिए हैं ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से इस मुद्दे को उठा रही है, जबकि सरकार का असली उद्देश्य किसानों की समस्याओं को दूर करना है।

मध्य प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर सियासी घमासान: 'सात मंगलवार बीत गए, कृषि मंत्री ने समय नहीं दिया' – क्या है कांग्रेस और बीजेपी के बीच का विवाद?

शिवराज सिंह चौहान का किसानों के लिए मंगलवार का दिन

शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए हर मंगलवार को जनसुनवाई का दिन घोषित किया था, ताकि राज्य के आम नागरिक और किसान अपनी समस्याएं सीधे सरकार तक पहुँचा सकें। यह परंपरा अभी भी जारी है, और अब कृषि मंत्री बनने के बाद भी शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार का दिन किसानों के लिए तय किया हुआ है। इस दिन वे किसानों की समस्याएं सुनते हैं और उनके समाधान के प्रयास करते हैं।

कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी

यह मुद्दा अब कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी का रूप ले चुका है। कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी किसानों की समस्याओं के प्रति उदासीन है, जबकि बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस मुद्दे को उछाल रही है। कांग्रेस का यह भी आरोप है कि राज्य में किसानों को समय पर उर्वरक और उचित दाम नहीं मिल रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है।

किसानों की समस्याओं को लेकर दोनों दलों का रुख

कांग्रेस का कहना है कि राज्य में किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है और वे उर्वरक की कमी का भी सामना कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है और उनकी समस्याओं का हल करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस का उद्देश्य सिर्फ राजनीति करना है और किसानों की वास्तविक समस्याओं से उसका कोई लेना-देना नहीं है।

मध्य प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही यह सियासी खींचतान राज्य में किसानों की समस्याओं को हल करने की दिशा में एक चुनौती बनती जा रही है। जहां कांग्रेस किसानों की समस्याओं को उजागर कर रही है और कृषि मंत्री से मिलने का समय मांग रही है, वहीं बीजेपी का मानना है कि कांग्रेस केवल राजनीति कर रही है। इस बीच, यह देखना होगा कि राज्य सरकार और राजनीतिक दल किसानों की समस्याओं का समाधान किस तरह करते हैं और क्या वास्तव में किसानों को उनकी समस्याओं का उचित समाधान मिलता है।

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