भोजपुरी में PM Modi का संबोधन, मॉरीशस में मिला जबरदस्त सम्मान!

मॉरीशस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मॉरीशस पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय द्वारा शानदार स्वागत प्राप्त किया। इस दौरान, मॉरीशस की भारतीय महिलाओं ने पारंपरिक बिहारी सांस्कृतिक प्रस्तुतिकरण ‘गीत गवई’ के माध्यम से उन्हें सम्मानित किया। ‘गीत गवई’ एक पारंपरिक भोजपुरी संगीत समूह है, जो भारत के भोजपुरी क्षेत्र की महिलाओं द्वारा मॉरीशस में लाए गए समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।
‘गीत गवई’ की सांस्कृतिक महत्ता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने स्वागत समारोह का वीडियो साझा करते हुए इसे बेहद यादगार करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर भोजपुरी में पोस्ट करते हुए लिखा, “मॉरीशस में एक यादगार स्वागत। सबसे खास था सांस्कृतिक जुड़ाव, जो ‘गीत गवई’ के प्रदर्शन में देखा गया। यह सराहनीय है कि महान भोजपुरी भाषा आज भी मॉरीशस की संस्कृति में जीवित है और यहां की संस्कृति में यह प्रासंगिक है”।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस वीडियो में ‘गीत गवई’ की प्रस्तुति का आनंद लिया, जिसमें भारतीय समुदाय की महिलाएं पारंपरिक भोजपुरी संगीत के साथ उनका स्वागत कर रही थीं। ‘गीत गवई’ की खासियत यह है कि यह जीवन के हर महत्वपूर्ण पहलू से जुड़ी हुई है, खासकर शादी के अवसर पर, जहां यह देवताओं का आह्वान करके शुरू होता है।
यूनेस्को द्वारा ‘गीत गवई’ की मान्यता
‘गीत गवई’ को उसकी सांस्कृतिक अहमियत के कारण 2016 में यूनेस्को की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया था। यह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का एक अद्वितीय हिस्सा है, जिसे मॉरीशस में अब भी जीवित रखा गया है। इसकी जड़ें भोजपुरी क्षेत्र की महिलाओं में हैं, जिन्होंने इसे मॉरीशस में अपने साथ लाया और उसे यहां की सांस्कृतिक पहचान में बदल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी का मॉरीशस दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस मंगलवार को पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्हें मॉरीशस के प्रधानमंत्री नविनचंद्र रामगुलाम ने सिर शिवसागर रामगुलाम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर माला पहनाकर स्वागत किया। पीएम मोदी ने अपने स्वागत के दौरान ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए और भारतीय तिरंगे को लहराते हुए भारतीय समुदाय का अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं मॉरीशस पहुंच चुका हूं। मैं अपने मित्र प्रधानमंत्री डॉ. नविनचंद्र रामगुलाम का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे हवाई अड्डे पर विशेष स्वागत दिया। यह यात्रा एक महान अवसर है, जिसमें हम एक मूल्यवान मित्र से मिल सकते हैं और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते खोल सकते हैं”।
मॉरीशस में भारतीय समुदाय की गर्मजोशी
मॉरीशस पहुंचने पर, पीएम मोदी को वहां के भारतीय समुदाय ने होटल में पहुंचने पर विशेष स्वागत किया। होटल में उनके स्वागत के दौरान भारतीय समुदाय के लोग ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे और तिरंगा लहरा रहे थे। यह दृश्य मोदी सरकार की भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों की गहरी जड़ों को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के मौजूदा रिश्तों को और मजबूत करना और विभिन्न क्षेत्रों में नए सहयोग की संभावनाओं को तलाशना है। विशेषकर, दोनों देशों के बीच व्यापार, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने यात्रा के दौरान कहा कि यह मॉरीशस और भारत के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों को और मजबूत करने का एक बेहतरीन अवसर है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारतीय समुदाय की भूमिका मॉरीशस की विकास यात्रा में अहम रही है और उनकी संस्कृति हमेशा दोनों देशों के रिश्तों में एक पुल का काम करेगी।
मॉरीशस में भारतीयों की सांस्कृतिक धरोहर
मॉरीशस में भारतीय समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। वहां की संस्कृति में भारतीयता का गहरा प्रभाव है, विशेषकर भोजपुरी और हिंदी भाषा, जो आज भी वहां के लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं।
‘गीत गवई’ जैसे सांस्कृतिक प्रस्तुतियां इसके प्रमाण हैं कि भारत के पारंपरिक संगीत और संस्कृति का प्रभाव मॉरीशस में न केवल मौजूद है, बल्कि यह देश की सामाजिक और सांस्कृतिक धारा का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों से दोनों देशों के बीच पारंपरिक रिश्तों को और मजबूत किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉरीशस यात्रा ने भारत और मॉरीशस के बीच की गहरी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को एक बार फिर से उजागर किया है। ‘गीत गवई’ जैसे सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से, दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा दिया जा सकता है। पीएम मोदी ने इस यात्रा के दौरान भारत और मॉरीशस के बीच एक नई सहयोग की दिशा को स्थापित करने का संकल्प लिया है।