PM Modi ही रोक सकते हैं रूस-यूक्रेन युद्ध, Zelensky ने की प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना, बताया क्यों यूक्रेन को भारत पर है भरोसा
रूस-यूक्रेन युद्ध को ढाई साल से अधिक हो गए हैं। इस संघर्ष ने हजारों लोगों की जान ले ली है और आज भी इस युद्ध के समाप्त होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। इसके बावजूद, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार शांति के लिए दोनों देशों से अपील कर रहे हैं। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है और माना कि इस युद्ध को समाप्त करने में पीएम मोदी एक अहम भूमिका निभा सकते हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व में संभावित शांति प्रयास
जेलेंस्की ने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ को दिए एक इंटरव्यू में पीएम मोदी की प्रशंसा की और कहा कि पीएम मोदी के प्रयास वास्तव में युद्ध को नियंत्रित करने में मददगार हो सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी न केवल भारत के नेता हैं, बल्कि उनका वैश्विक स्तर पर भी एक बड़ा सम्मान है। उनकी शांति के प्रति प्रतिबद्धता और न्याय की मांग उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है।
रूस-यूक्रेन के बीच प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा
साल 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने रूस और यूक्रेन दोनों देशों का दौरा किया। ये दौरा ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए था। इस दौरान पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा उठाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत हमेशा शांति का समर्थन करता आया है और केवल शांति ही इस युद्ध का समाधान कर सकती है। जेलेंस्की ने इस बयान का स्वागत किया, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि शांति के प्रति भारत के प्रयासों में और अधिक ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।
यूक्रेन को क्यों है भारत पर भरोसा?
यूक्रेन के राष्ट्रपति के अनुसार, भारत जैसे बड़े देश का केवल शांति के लिए बयान देना पर्याप्त नहीं है; बल्कि भारत को इसके लिए ठोस कदम भी उठाने चाहिए। जेलेंस्की ने कहा, “पीएम मोदी एक बड़े और सम्मानित देश के प्रधानमंत्री हैं और यह देश केवल शांति की इच्छा नहीं जता सकता। ऐसे समय में भारत की पहल बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है।”
यूक्रेन की कड़ी सर्दी और संघर्ष
यूक्रेन और रूस के बीच इस संघर्ष में अब एक और चुनौती आने वाली है: कड़ी सर्दी। जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, युद्ध की स्थितियां और भी कठिन हो जाएंगी। जेलेंस्की ने चिंता व्यक्त की कि यह यूक्रेन का तीसरा कठोर शीतकाल होगा। उन्होंने कहा कि हम अपने ऊर्जा प्रणालियों को मजबूत बना रहे हैं और इस सर्दी में हम रूस को एक कड़ा जवाब देंगे। यह संघर्ष यूक्रेन की जनता के लिए एक गहरा सबक और आत्मबलिदान का प्रतीक बन चुका है।
पीएम मोदी का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी मजबूत छवि के लिए जाने जाते हैं। शांति, विकास, और पारदर्शिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें विश्व के अन्य नेताओं के बीच एक खास जगह दी है। जेलेंस्की मानते हैं कि अगर मोदी युद्ध के खिलाफ ठोस कदम उठाते हैं, तो इसका दुनिया भर में असर होगा। यूक्रेन का मानना है कि पीएम मोदी की पहल इस युद्ध को समाप्त करने के लिए एक प्रेरणादायक कदम हो सकती है।
जेलेंस्की की उम्मीदें और भारत की भूमिका
राष्ट्रपति जेलेंस्की का कहना है कि वह चाहते हैं कि भारत शांति और स्थिरता के लिए और भी ठोस कदम उठाए। “भारत एक प्रमुख वैश्विक शक्ति है और केवल शांति की बात कहने से कुछ नहीं होगा, बल्कि शांति स्थापना में सहभागिता निभानी होगी।”