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शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी, CCTV में तलाश जारी

शिवपुरी। जिला अस्पताल से बुधवार सुबह एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक अज्ञात महिला नवजात बच्ची को लेकर फरार हो गई। इस घटना ने न केवल अस्पताल में मौजूद लोगों को चौंका दिया, बल्कि पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस प्रशासन ने बच्ची की तलाश के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है।

जानकारी के अनुसार, रोशनी पत्नी सुनील आदिवासी (उम्र 21 वर्ष), निवासी विशुनपुरा, थाना बामोरकलां, ने 28 अक्टूबर की रात जिला अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था। रोशनी और उसके परिवार के लिए यह एक खुशी का पल था, लेकिन यह खुशी जल्दी ही चिंता में बदल गई।

29 अक्टूबर की सुबह करीब 5 बजे, रोशनी की भाभी रामवती पत्नी पवन आदिवासी (उम्र 27 वर्ष) के पास एक अज्ञात महिला आई। उस महिला ने बातचीत के दौरान बच्ची को खिलाने की बात कही। रामवती ने उस महिला पर विश्वास किया और उसे बच्ची सौंप दी। लेकिन कुछ ही देर में वह महिला बच्ची को लेकर रफूचक्कर हो गई।

जब परिजनों ने बच्ची को गायब पाया, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव मुले और एसडीओपी संजय चतुर्वेदी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत अस्पताल के CCTV फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।

CCTV फुटेज में उस अज्ञात महिला की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि फुटेज में महिला का चेहरा स्पष्ट नहीं है, लेकिन उसकी पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। पुलिस ने अस्पताल के कर्मचारियों और मरीजों से भी पूछताछ की है ताकि किसी प्रकार की जानकारी मिल सके।

पुलिस प्रशासन ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में भी चौकसी बढ़ा दी है। इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में सुरक्षा के इंतजामों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।

इस घटना ने न केवल परिजनों को बल्कि पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया है। लोग इस घटना को लेकर चिंतित हैं और अस्पताल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं।

पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को भी इस मामले में कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके अलावा, पुलिस ने यह भी कहा है कि वे किसी भी प्रकार की जानकारी को गोपनीय रखेंगे।

इस घटना के बाद, जिला अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक बुलाई गई है। अस्पताल के प्रशासन ने कहा है कि वे सुरक्षा के उपायों को और मजबूत करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

स्थानीय विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से मांग की है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इसे सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।

इस प्रकार, यह घटना न केवल एक अपराध है, बल्कि यह समाज में एक गंभीर चिंता का विषय भी है। नवजात बच्चों की सुरक्षा को लेकर सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है।

किसी भी माता-पिता के लिए अपने बच्चे को खोना एक भयावह अनुभव होता है। रोशनी और उसके परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन है। उन्हें उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही उनकी बच्ची को ढूंढ निकालेगी।

पुलिस ने इस मामले में जांच को तेज कर दिया है और सभी संभावित सुरागों पर काम कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले का समाधान होगा और बच्ची को उसके परिवार को सौंपा जाएगा।

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