युद्ध और टैरिफ के बीच भी म्यूचुअल फंड का जलवा, इक्विटी में लगातार 50वां महीना पॉजिटिव

अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिशोधी टैरिफ और भारत-पाकिस्तान युद्ध के बावजूद भारतीय म्यूचुअल फंड निवेशकों का भरोसा कमजोर नहीं हुआ है। अप्रैल में भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी एयूएम 70 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह जानकारी ICRA एनालिटिक्स ने अपनी नई रिपोर्ट में दी है। अगर पिछले साल की तुलना करें तो एयूएम में 22% की बढ़ोतरी हुई है और मार्च 2025 की तुलना में इसमें 6% की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकों की दिलचस्पी म्यूचुअल फंड में लगातार बनी हुई है और लोग अपने पैसों को लंबे समय तक सुरक्षित और बढ़ाने के लिए इस माध्यम को चुन रहे हैं।
ICRA एनालिटिक्स के अनुसार, अगर देखा जाए तो अन्य स्कीम श्रेणियों जैसे इंडेक्स फंड, ETF और फंड ऑफ फंड्स में सबसे ज्यादा 23.80% की बढ़त हुई है। दूसरे नंबर पर ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम्स हैं, जिनका एयूएम पिछले साल के मुकाबले 23.57% बढ़ा है। वहीं, हाइब्रिड स्कीम्स का एयूएम 20.74% बढ़ा है। इस डेटा से साफ है कि निवेशक केवल एक ही कैटेगरी में नहीं बल्कि अलग-अलग स्कीम्स में पैसे डाल रहे हैं ताकि उनका रिस्क बंट सके और मुनाफा ज्यादा मिले।
गोल्ड ETF में जबरदस्त उछाल
अगर ETF की बात करें तो गोल्ड ETF स्कीम्स के एसेट्स में सबसे ज्यादा 87.33% की बढ़ोतरी हुई है और यह अप्रैल 2025 में 61,422 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इंडेक्स फंड्स में भी 31% की बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे उनके एसेट्स 2.92 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं। इक्विटी कैटेगरी में सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स की बढ़त सबसे ज्यादा रही है, यानी 49.94%। इसके बाद मल्टी-कैप फंड्स का नंबर आता है, जिनमें 35.79% की बढ़त हुई है। इससे यह पता चलता है कि निवेशक उन सेक्टर्स में ज्यादा पैसे लगा रहे हैं, जहां उन्हें भविष्य में ज्यादा रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
SIP खातों की संख्या 9 करोड़ पार
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के खातों की संख्या में भी अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। एक साल में इसमें 5% की बढ़त हुई है और अब यह 914.41 लाख तक पहुंच गई है, जबकि अप्रैल 2024 में यह संख्या 870.11 लाख थी। पिछले महीने SIP के जरिए 26,632 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जो अप्रैल 2024 के मुकाबले 31% ज्यादा है। यह लगातार चौथा महीना है जब SIP निवेश 26,000 करोड़ रुपये के आसपास बना हुआ है। इससे साफ है कि छोटे निवेशक भी अपनी बचत को नियमित रूप से म्यूचुअल फंड्स में डाल रहे हैं ताकि भविष्य में बड़ा फंड तैयार कर सकें। ICRA एनालिटिक्स के मुताबिक, अप्रैल में 24,269 करोड़ रुपये इक्विटी फंड्स में निवेश किए गए, जो भले ही 12 महीने का सबसे कम आंकड़ा है, लेकिन लगातार 50वें महीने इक्विटी सेगमेंट में पॉजिटिव निवेश बना हुआ है।