MP News: मंदसौर में ड्रग्स और डोडा चूरा के साथ दो तस्कर गिरफ्तार, पुलिस ने मादक पदार्थों पर की बड़ी कार्रवाई
MP News: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। मंदसौर पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से एमडी ड्रग्स और डोडा चूरा बरामद किया है। पुलिस ने तस्करों के एक साथी की तलाश भी शुरू कर दी है। यह कार्रवाई मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए राज्य में चलाए जा रहे ‘हल्ला बोल’ अभियान का हिस्सा है।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
मल्हारगढ़ के एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर मंदसौर-नीमच हाईवे पर स्थित कृषि मंडी के सामने से एमडी ड्रग्स और अन्य मादक पदार्थों के साथ गुजरने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत एक टीम का गठन किया और तस्करों को पकड़ने के लिए चेकिंग अभियान शुरू किया गया।
चेकिंग अभियान और तस्करों की गिरफ्तारी
पुलिस टीम ने हाईवे पर वाहनों की जांच शुरू की। इसी दौरान एक बिना नंबर प्लेट की मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग पुलिस को देख भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने तस्करों की इस भागने की कोशिश को विफल कर दिया। जब पुलिस ने दोनों की तलाशी ली तो उनके पास से 500 ग्राम एमडी ड्रग्स और 5 किलोग्राम डोडा चूरा बरामद हुआ। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी का मामला दर्ज कर लिया है और उन्हें मल्हारगढ़ पुलिस स्टेशन में हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अपने नाम राजेश माली पिता शांतिलाल और अंकित माली पिता मोतीलाल बताए। दोनों आरोपी सीतामऊ के निवासी हैं। पुलिस इनसे सख्ती से पूछताछ कर रही है ताकि इनके तस्करी नेटवर्क का पता लगाया जा सके। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने एक अन्य साथी का नाम भी बताया है, जो इस तस्करी में शामिल था। उस साथी का नाम रोहित परमार बताया गया है, जो कि सीतामऊ का निवासी है। फिलहाल, रोहित परमार फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
तस्करों के साथी की तलाश
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी रोहित परमार से मादक पदार्थ लेकर मल्हारगढ़ पहुंचे थे। रोहित परमार अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन पुलिस उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है ताकि पूरे तस्करी गिरोह का पर्दाफाश हो सके।
‘हल्ला बोल’ अभियान की बड़ी सफलता
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम कसने के लिए ‘हल्ला बोल’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत पुलिस द्वारा तस्करों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। पिछले सप्ताह भी पुलिस को इस अभियान में बड़ी सफलता मिली थी, जब पिपलिया मंडी पुलिस ने एक करोड़ रुपये की एमडी ड्रग्स बरामद की थी। इस हफ्ते यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है जिसमें मंदसौर पुलिस ने 500 ग्राम एमडी ड्रग्स और 5 किलो डोडा चूरा जब्त किया है।
मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कदम
मध्य प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि इस अवैध व्यापार को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके।
मादक पदार्थों की तस्करी से होने वाले खतरे
मादक पदार्थों की तस्करी और इनका सेवन समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। यह न केवल युवाओं को बर्बाद करता है, बल्कि इससे अपराध की घटनाओं में भी इजाफा होता है। मंदसौर और उसके आस-पास के इलाकों में मादक पदार्थों की तस्करी की घटनाएं कई वर्षों से सामने आती रही हैं। पुलिस की ओर से इस समस्या से निपटने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन अभी भी तस्करों का नेटवर्क पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
तस्करों की गिरफ्तारी का महत्व
मंदसौर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप में देखा जा रहा है। एमडी ड्रग्स और डोडा चूरा की बरामदगी यह दिखाती है कि तस्करी का यह नेटवर्क कितने बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। पुलिस का मानना है कि इस मामले की गहराई से जांच करने पर और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
मादक पदार्थों की तस्करी और उनके सेवन के खिलाफ केवल पुलिस कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है। इसके लिए समाज में जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। खासकर युवाओं को मादक पदार्थों से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे इस घातक जाल से बच सकें।