सांस लेने की गलती जो आपके शरीर को पहुंचा सकती है नुकसान, जानिए कैसे बचें

हमारी ज़िंदगी का आधार सांस लेना है। अगर सांस लेना बंद हो जाए तो जीवन भी रुक जाता है। ऐसे में यह जानना ज़रूरी हो जाता है कि सांस लेने का सही तरीका क्या है। बहुत से लोग मुंह से सांस लेते हैं तो कुछ नाक से। लेकिन हमेशा यह सवाल बना रहता है कि कौन सा तरीका शरीर के लिए सही है। जानकारों के मुताबिक नाक से सांस लेना ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि यह हवा को फिल्टर करके शरीर के अंदर पहुंचाता है और इससे कई बीमारियों का खतरा कम होता है।
नाक कैसे करता है हमारी रक्षा
नाक शरीर के लिए एक प्राकृतिक फिल्टर की तरह काम करता है। जब हम नाक से सांस लेते हैं तो हवा में मौजूद धूल, धुआं और हानिकारक बैक्टीरिया को यह अपने छोटे-छोटे बालों और म्यूकस के जरिए छानता है। इससे हमारे फेफड़ों तक स्वच्छ और साफ ऑक्सीजन पहुंचती है जो शरीर के हर अंग को ऊर्जावान बनाती है। इसके अलावा नाक से सांस लेने पर शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड नाम की गैस भी बनती है जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है।
मुंह से सांस लेने के नुकसान
मुंह से सांस लेना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। जब हम मुंह से सांस लेते हैं तो हवा बिना फिल्टर हुए सीधे शरीर में जाती है जिससे बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा लंबे समय तक मुंह से सांस लेने से दांत और मसूड़ों की बीमारियां हो सकती हैं। मुंह सूखने लगता है जिससे बदबू की समस्या हो जाती है। कुछ लोग रात को सोते वक्त मुंह से सांस लेते हैं जिससे खर्राटे और बार-बार नींद खुलने की समस्या हो सकती है। इससे शरीर को पूरा आराम नहीं मिल पाता और थकान महसूस होती है।
नाक से सांस लेने के फायदे और हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार नाक से सांस लेना सेहतमंद शरीर के लिए सबसे सही तरीका है। इससे शरीर को पूरी मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। नाइट्रिक ऑक्साइड शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है जिससे बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है। यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। इसलिए रोजाना सांस लेने पर ध्यान देना जरूरी है कि आप मुंह की बजाय नाक का उपयोग करें और अपने शरीर को स्वस्थ रखें।