खनिज अधिकारी ने कहा मै ऑफिस में हूँ तुम करो खनिज का अबैध परिवहन
उमरी,बक्छेरा और पहाड़िया से बॉक्साइट का अवैध खनन कर माफिया कर रहे परिवहन
मीडिया ऑडीटर, रीवा (निप्र)। जिले में अवैध खदान से निकली मुरूम से दो महिलाओं को दफनाने का हाल ही में प्रयास किया गया। इस घटना की वजह से प्रदेश सरकार विपक्ष के निशाने पर थी मुख्यमंत्री की पहल के बाद तीन लोगों पर एफआइआर दर्ज भी हुई थी लेकिन अभी तक जिस अवैध खदान से मुरूम लायी गयी थी उस पर कोई कार्यवाही खनिज विभाग व जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया है।
दरअसल जिले में व्यापक स्तर से जगह-जगह पर अवैध लेट्राइड की खदानें संचालित हो रही है। स्थित यह है ग्राम पहाड़िया में मुरूम की खदानें बाउंड्री के अंदर भी संचालित होने लगी हैं। खनन माफिया लेट्राइड को खोद कर अपने वाहन से रतहरा स्थित हीरा पाण्डेय के यहाँ भंडारित करते है फिर हीरा पाण्डेय सतना के मुरुम माफिया के साथ मिल कर चुपचाप इसका परिवाहन करते हैं। इस कार्य के लिए पूरा गिरोह काम कर रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि इससे वाकिफ होने के बावजूद भी खनिज विभाग द्वारा आज तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है। पहाड़िया व बक्छेरा से अवैध लेट्राइड का उत्खनन होने के बाद खनिज अधिकारी भले ही नहीं जागे हो। लेकिन इससे जुडे खनिज माफिया अपना नया ठिकाना तलाश कर लिए है।
उमरी और बक्छेरा में अवैध खदानें-
पहड़िया,बक्छेरा में देखने में आ रहा है कि घर के अंदर व शासकीय जमीन पर अवैध उत्खनन जोरो में चल रहा है। स्थानीय लोग बतातें है कि दिनभर यहां लेट्राइड का खनन किया जाता है। इसके बाद रतहरा स्थित हीरा पांडेय के काटे के पीछे डंप किया जाता है। फिर रात होने के बाद बड़ी संख्या में वाहनों से लेट्राइड फैक्ट्री भेजा जाता है।
संभागीय टॉस्क फोर्स भी सुस्त-
संभाग में खनिज की चोरी रोकने के लिए राजस्व एवं खनिज अधिकारियों का संयुक्त दल बनाया गया है लेकिन यह दल भी केवल खानापूर्ति कर रहा है संयुक्त दल के सक्रिय नहीं होने के कारण ही जिले में धड़ल्ले से अवैध खनिज का उत्खनन हो रहा है। इसके बावजूद खनिज विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय हीरा पांडेय के यहां चाय की चुस्कियां लेते नजर आते है
शासन को हो रही लाखों की रायल्टी क्षति
मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि सीमेंट बनाने के दौरान बाक्साइट की आपूर्ति के लिए प्राइवेट खनिज माफिया को ठेका कम्पनी दे रखी है। यह खनिज माफिया रीवा व सतना के चितगढ़ से अवैध रूप से छोटी-छोटी खदानों से लेट्राइड का उत्खनन करवाती है इसके बाद सीधे सीमेंट प्लांट भेज देती है। वहीं सीमेंट फैक्ट्री इससे बचाने के लिए खनिज की खपत कम दिखाती है। इस पूरे खेल में जहां सीमेंट फैक्ट्री, व सप्लायर को फायदा पहुंच रहा है। वहीं शासन को लाखों की क्षति हो रही है। बताया ये भी जा रहा है खनिज अधिकारी ने कहा कि मै ऑफिस में हूँ तुम करो खनिज का अबैध परिवहन, कोई कुछ नही कर सकता है।