Mhow Violence: 13 गिरफ्तार, NSA के तहत होगी कार्रवाई, बुलडोजर चलाने पर कलेक्टर ने दी सफाई

मध्य प्रदेश के महू (Mhow) में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस बीच, चर्चा थी कि आरोपियों के घरों पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर (Bulldozer Action) चलाया जाएगा। इस पर इंदौर कलेक्टर (Indore Collector) आशीष सिंह ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
कलेक्टर बोले – फिलहाल बुलडोजर चलाने की कोई योजना नहीं
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह (Ashish Singh) ने बताया कि फिलहाल बुलडोजर चलाने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की गई है।
गौरतलब है कि रविवार रात भारत की क्रिकेट टीम की जीत के बाद इंदौर में निकले जुलूस पर पथराव (stone pelting) हुआ था। यह घटना पट्टी बाजार जामा मस्जिद (Patti Bazar Jama Masjid) इलाके में हुई थी, जिसके बाद पूरे महू में तनाव (communal tension) फैल गया। इस दौरान आगजनी (arson) की घटनाएं भी सामने आईं।
अब तक 13 लोग गिरफ्तार, अन्य आरोपियों की तलाश जारी
एडिशनल एसपी (Additional SP) रूपेश द्विवेदी ने बताया कि पुलिस ने अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
- घटना के बाद कई आरोपी फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
- संदिग्धों के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है।
- सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच की जा रही है।
NSA के तहत होगी कार्रवाई
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि महू में पथराव, आगजनी और मारपीट करने वालों के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
- NSA के तहत आरोपियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
- आरोपियों के अपराधी रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है।
- एक-दो दिनों में NSA के तहत कार्रवाई शुरू हो जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
धार्मिक स्थल पर कपास बम फेंकने का आरोप
इस हिंसा को लेकर एक नया एंगल सामने आया है। बताया जा रहा है कि घटना की शुरुआत तब हुई जब धार्मिक स्थल पर कपास बम (cotton bomb) फेंका गया।
- कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि घटना के कई कारण सामने आ रहे हैं।
- कपास बम फेंकने के बाद विवाद शुरू हुआ, जो बाद में पथराव और आगजनी में बदल गया।
- प्रशासन इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रहा है।
क्या यह हमला पहले से तय था?
जब कलेक्टर आशीष सिंह से पूछा गया कि क्या यह हमला पहले से प्लान किया गया था? तो उन्होंने स्पष्ट किया कि अब तक जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो कि यह हमला पहले से योजनाबद्ध था।
- यह स्पष्ट नहीं था कि जुलूस किस रास्ते से गुजरेगा।
- अब तक जांच में कोई पूर्व नियोजित साजिश सामने नहीं आई है।
- पुलिस और प्रशासन हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं।
सुरक्षा बढ़ाई गई, प्रशासन अलर्ट मोड में
महू हिंसा के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। आगामी होली और रमजान (Holi & Ramzan) को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
- सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी।
- शांति समिति (Peace Committee) की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें समुदायों के नेताओं से शांति बनाए रखने की अपील की जाएगी।
महू में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रशासन ने NSA के तहत आरोपियों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। हालांकि, बुलडोजर चलाने की कोई योजना नहीं है।
इस घटना के पीछे कपास बम फेंकने का एंगल सामने आया है, जिससे विवाद शुरू हुआ। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।