महाकुंभ 2025 का समापन महाशिवरात्रि पर, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना

महाकुंभ का ऐतिहासिक समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रयागराज में महाकुंभ का समापन होगा। इस महाकुंभ में अब तक 62 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु कुंभ नगरी में पहुंच रहे हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर और अधिक भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसी के साथ यूपी पुलिस ने यातायात प्रबंधन के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं।
इन स्थानों पर लागू होगा नो व्हीकल ज़ोन
यूपी पुलिस ने कुंभ मेला क्षेत्र को 25 फरवरी 2025 की शाम 4 बजे से नो व्हीकल ज़ोन घोषित कर दिया है ताकि यातायात बाधित न हो। इसके अलावा, प्रयागराज कमिश्नरेट को शाम 6 बजे से नो व्हीकल ज़ोन घोषित किया गया है। पुलिस प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे प्रबंधन का सम्मान करें और पूरा सहयोग दें।
महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रयागराज एवं कुम्भ मेला क्षेत्र में यातायात व्यवस्थापन से सम्बंधित प्रेस विज्ञप्ति।#Mahakumbh2025#Surakshitkumbh pic.twitter.com/8kT1BU5UEH
— Kumbh Mela Police UP 2025 (@kumbhMelaPolUP) February 25, 2025
श्रद्धालु निकटतम घाट पर ही करें स्नान
पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने प्रवेश द्वार के निकटतम घाट पर ही स्नान करें। इससे भीड़ नियंत्रण और व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।
- दक्षिण झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार ऐरावत घाट पर स्नान करें।
- उत्तर झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम हरिश्चंद्र घाट और संगम ओल्ड जीटी घाट पर स्नान करें।
- परेड से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार भारद्वाज घाट, संगम द्वार नागवासुकी घाट, संगम द्वार मोरी घाट, संगम द्वार काली घाट, संगम द्वार रामघाट और संगम द्वार हनुमान घाट पर स्नान करें।
- अरैल क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालु केवल संगम द्वार अरैल घाट पर स्नान करें।
आवश्यक सेवाओं के वाहनों को नहीं होगी कोई रोक
महाकुंभ समापन के अवसर पर प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि आवश्यक सेवाओं जैसे दूध, सब्ज़ी, दवाइयां, पेट्रोल/डीजल, एंबुलेंस और सरकारी कर्मचारियों (डॉक्टर, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी आदि) के वाहनों की आवाजाही में किसी प्रकार की रुकावट नहीं होगी। सभी लोग अपने कार्यस्थल पर बिना किसी बाधा के जा सकेंगे।
सभी घाटों को संगम मानें, भीड़ नियंत्रण में करें सहयोग
पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे अपने निकटतम घाट पर ही स्नान करें और महाशिवरात्रि के दिन शिव मंदिर के दर्शन कर शीघ्र ही अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाएं।
- सभी पोंटून पुलों को भीड़ और यातायात नियंत्रण के उद्देश्य से बंद रखा जाएगा।
- प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नजदीकी घाट को संगम मानें और वहीं स्नान करें।
- श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बेहतर प्रबंधन के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
समापन की ऐतिहासिक घड़ी
महाकुंभ का यह आयोजन ऐतिहासिक रहा है और 2025 के समापन के बाद यह सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ने वाला होगा। प्रयागराज इस पावन अवसर का साक्षी बनेगा, जहां लाखों शिव भक्त अपनी श्रद्धा और आस्था के साथ सम्मिलित होंगे। महाशिवरात्रि का यह पावन पर्व न केवल महाकुंभ के सफल समापन का प्रतीक बनेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी और सुदृढ़ करेगा।