Maha Kumbh 2025: समापन की ओर बढ़ता महाकुंभ, रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के लिए किए खास इंतजाम
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Maha Kumbh 2025: दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन कुंभ मेला 2025 अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है। ऐसे में मेले के अंतिम सप्ताह में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफे की संभावना को देखते हुए भारतीय रेलवे ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। रेलवे मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी दी कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ (यात्री प्रतीक्षालय) बनाए गए हैं।
रेलवे मंत्रालय ने एक बयान जारी कर यात्रियों से अपील की कि वे सुचारू और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें। मंत्रालय ने कहा कि नॉर्दर्न रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थईस्ट रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे के कई स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाए गए हैं। ये विशेष क्षेत्र प्लेटफॉर्म के बाहर स्थित हैं, जिससे यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और अव्यवस्था से बचने में मदद मिलेगी।
स्टेशनों पर बनें ‘होल्डिंग एरिया’
रेलवे मंत्रालय ने कहा, “यात्रियों को उनके निर्धारित ट्रेन प्रस्थान समय पर ही प्लेटफॉर्म में प्रवेश करने दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाना और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाना है।” मंत्रालय के अनुसार, नॉर्दर्न रेलवे ने गाजियाबाद, आनंद विहार, नई दिल्ली, अयोध्या धाम और वाराणसी में बड़े पैमाने पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाए हैं। इसके अलावा, नॉर्थईस्ट रेलवे ने वाराणसी, सिवान, बलिया, देवरिया, छपरा और गोरखपुर में भी ये सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
गौरतलब है कि 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद रेलवे ने भीड़ नियंत्रण के लिए ये महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
55 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान
13 जनवरी से प्रयागराज में प्रारंभ हुए महाकुंभ में अब तक 55 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, यह किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में दुनिया की सबसे बड़ी भागीदारी है।
महाकुंभ 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा और अंतिम स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है। कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा, चिकित्सा और परिवहन की विशेष व्यवस्था की गई है।
60 करोड़ से अधिक लोगों के स्नान की संभावना
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि भारत के 110 करोड़ सनातन धर्मावलंबियों में से आधे से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है और अंतिम स्नान पर्व तक यह संख्या 60 करोड़ को पार कर सकती है।
बयान में विश्व जनसंख्या समीक्षा (World Population Review) और प्यू रिसर्च (Pew Research) का हवाला देते हुए कहा गया कि भारत की कुल जनसंख्या लगभग 143 करोड़ है, जिसमें से 110 करोड़ लोग सनातन धर्म को मानने वाले हैं। इसके अनुसार, कुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भारत के कुल सनातन धर्मावलंबियों की लगभग 50 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।
देश की 38 प्रतिशत जनसंख्या ने किया स्नान
बयान के अनुसार, यदि भारत की कुल जनसंख्या के हिसाब से देखा जाए, तो अब तक देश की 38 प्रतिशत आबादी संगम में स्नान कर चुकी है। प्यू रिसर्च 2024 के अनुमान के अनुसार, विश्वभर में सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों की संख्या लगभग 120 करोड़ है। इस आधार पर, कुंभ मेले में स्नान करने वालों की संख्या वैश्विक स्तर पर 45 प्रतिशत सनातन धर्मियों तक पहुंच गई है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अनुमान लगाया था कि इस महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। हालांकि, 14 फरवरी तक ही यह संख्या 50 करोड़ को पार कर गई थी और 17 फरवरी को 55 करोड़ तक पहुंच गई। अब 26 फरवरी तक यह आंकड़ा 60 करोड़ से अधिक हो सकता है।
रेलवे, प्रशासन और पुलिस की विशेष तैयारियां
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे के साथ-साथ उत्तर प्रदेश प्रशासन और पुलिस ने भी विशेष तैयारियां की हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
इसके अलावा, प्रमुख स्नान तिथियों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। आपातकालीन सेवाओं के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिससे किसी भी स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
कुंभ में बढ़ता डिजिटल और तकनीकी सहयोग
इस बार कुंभ मेले में डिजिटल सेवाओं का भी व्यापक उपयोग किया जा रहा है। ‘कुंभ मेला 2025’ ऐप के माध्यम से श्रद्धालुओं को महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है। यह ऐप यातायात मार्गदर्शन, स्नान तिथियों, स्वास्थ्य सेवाओं और लापता व्यक्तियों की खोज जैसी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
इसके अलावा, विभिन्न सरकारी एजेंसियां श्रद्धालुओं की सहायता के लिए सोशल मीडिया और हेल्पलाइन नंबरों का भी उपयोग कर रही हैं।
विदेशी श्रद्धालुओं की बड़ी भागीदारी
कुंभ मेले में इस बार बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी पहुंचे हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जापान, फ्रांस, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आए पर्यटकों ने संगम में स्नान कर भारतीय संस्कृति का अनुभव किया।
सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक लगभग 5 लाख विदेशी श्रद्धालु कुंभ में शामिल हो चुके हैं।
अंतिम चरण में विशेष सुरक्षा और सेवाएं
महाशिवरात्रि के स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं को और अधिक मजबूत कर दिया है। घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं, और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें भी किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
कुंभ मेला 2025 विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बनकर इतिहास रच रहा है। श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भागीदारी, रेलवे और प्रशासन की विशेष तैयारियां, और तकनीकी सेवाओं के सहयोग से यह आयोजन सुगमता से आगे बढ़ रहा है। अंतिम चरण में प्रवेश कर चुके महाकुंभ के समापन तक श्रद्धालुओं की संख्या 60 करोड़ से अधिक होने की संभावना है। अब सभी की नजरें 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मुख्य स्नान पर्व पर टिकी हुई हैं, जहां आस्था का यह महासंगम अपने चरम पर होगा।