Madhya Pradesh News: आसमान खा गया या धरती निगल गई! वेयर हाउस से 50 लाख के चने गायब, मचा हड़कंप
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में एक बीजेपी नेता के वेयरहाउस से 50 लाख रुपये का चना गायब हो जाने की घटना ने प्रशासन और राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। इस घटना को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और मामले में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। हालांकि, बीजेपी नेता आरोपी होने के बावजूद फरार हैं। यह मामला स्थानीय पुलिस थाना घाटीया के अंतर्गत आता है, जहां के वेयरहाउस से चना गायब होने की जानकारी मिली थी।
गायब हुआ 50 लाख का चना, पुलिस ने शुरू की जांच
उज्जैन के एसपी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि घाटीया थाना क्षेत्र के माली खेड़ी गांव में स्थित वेयरहाउस से चना गायब होने की शिकायत मिली थी। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और पाया कि यहां रखे गए चने के सैकड़ों बोरों में से कोई भी बोर नहीं मिला। यह माल मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन द्वारा वेयरहाउस में रखा गया था, और जैसे ही माल को निकालने का समय आया, वेयरहाउस पूरी तरह से खाली मिला। इसके बाद, इस मामले में गजेंद्र सिंह नामक वेयरहाउस ऑपरेटर के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह पर आरोप
गजेंद्र सिंह, जो बीजेपी से जुड़े हुए हैं, इस मामले में मुख्य आरोपी हैं। कहा जा रहा है कि गजेंद्र सिंह का पूरा परिवार बीजेपी से जुड़ा हुआ है, और उनके खिलाफ आरोप है कि वे इस चोरी में शामिल हैं। घटना के बाद से गजेंद्र सिंह फरार हो गए हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, गजेंद्र सिंह के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस उनका पता लगाने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
कांग्रेस नेता विजय सिंह गौतम पर भी मामला दर्ज
इस मामले के बाद एक और दिलचस्प मोड़ सामने आया, जब कांग्रेस नेता विजय सिंह गौतम के खिलाफ भी एक मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि विजय सिंह गौतम के वेयरहाउस से भी लाखों रुपये की गेहूं गायब हो गई थी। यह मामला भी घाटीया थाना क्षेत्र में स्थित श्री गौतम वेयरहाउस से जुड़ा है, और इस संबंध में एक शिकायत आई थी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने विजय सिंह गौतम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
राजनीतिक नेताओं ने उठाए सवाल
बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी शुरू हो गया है। राज्य कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जितू पटवारी ने इस घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर बीजेपी नेता के वेयरहाउस से 50 लाख रुपये का चना गायब कैसे हो सकता है? जितू पटवारी ने इसे बीजेपी की सत्ता का दुरुपयोग और प्रशासनिक लापरवाही बताया। वहीं, बीजेपी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि पार्टी के किसी भी नेता या कार्यकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी अगर वह गलत पाया जाता है, चाहे वह किसी भी पार्टी का हो।
मामले में प्रशासन की भूमिका
इस मामले ने प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि पहले यह माल सही सलामत था, लेकिन अब जब उसे उठाने का समय आया तो वेयरहाउस खाली मिला। यह सवाल उठता है कि इतने बड़े वेयरहाउस में माल की सुरक्षा व्यवस्था किस स्तर पर थी और क्या कोई सुरक्षा गार्ड या कर्मचारियों की निगरानी थी? पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यह किसी संगठित गिरोह का काम है या फिर यह अकेले गजेंद्र सिंह की गलतियों का परिणाम है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस मामले की जांच कर रही है और इस चुराए गए माल के बारे में सभी तथ्यों को सामने लाने के प्रयास कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में साक्ष्य जुटाने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटनाक्रम के बाद प्रशासन ने भी माल की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के संकेत दिए हैं।
बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह के वेयरहाउस से 50 लाख रुपये के चने गायब होने का मामला उज्जैन की राजनीति और प्रशासन के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। इस घटना ने न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में डाला है, बल्कि मध्य प्रदेश में वेयरहाउसिंग और माल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करती है और क्या गजेंद्र सिंह को जल्द गिरफ्तार किया जाता है या यह मामला और जटिल हो जाता है।