मध्य प्रदेश: बैतूल ऑयल मिल की पानी की टंकी में मिले दो कर्मचारियों के शव, इलाके में हड़कंप

मध्य प्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय स्थित बैतूल ऑयल मिल में शनिवार, 15 मार्च की रात दो कर्मचारियों के शव मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों कर्मचारियों के शव मिल की पानी की टंकी में तैरते हुए पाए गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन और मृतकों के परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है, और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
कर्मचारियों की मौत का रहस्य बरकरार, पुलिस कर रही जांच
अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों कर्मचारियों की मौत किन परिस्थितियों में हुई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि बैतूल ऑयल मिल में सोयाबीन को रिफाइन कर खाद्य तेल और पैकेजिंग का कार्य किया जाता है। यहां कई मजदूर और कर्मचारी कार्यरत हैं। इस घटना ने ऑयल मिल के अन्य कर्मचारियों को भी डरा दिया है और सभी इस हादसे के कारणों को जानने के लिए चिंतित हैं।
मिल प्रबंधक ने दी जानकारी, ऐसे हुआ खुलासा
बैतूल ऑयल मिल के प्रबंधक अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि मृतक दयाराम नरवरे और कैलाश पंकार मशीन ऑपरेटिंग का कार्य करते थे। शनिवार रात जब दोनों देर तक नजर नहीं आए तो उनकी खोजबीन शुरू की गई। काफी तलाश के बाद दोनों के शव मिल की पानी की टंकी में मिले। इसके बाद तुरंत पुलिस, 108 एंबुलेंस और परिजनों को सूचना दी गई।
घटना की सूचना पाकर बैतूल एसडीओपी शालिनी परस्ते भी मौके पर पहुंचीं। पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने टंकी से शवों को बाहर निकाला और उन्हें जिला अस्पताल भेजा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।
परिजनों का हंगामा, मुआवजे और एफआईआर की मांग
इस हादसे के बाद मृतकों के परिजनों ने जिला अस्पताल के मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। उन्होंने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
परिजनों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- मिल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो।
- प्रत्येक मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए।
- घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।
इस दौरान परिजनों और पुलिस प्रशासन के बीच काफी नौकझोंक भी हुई। पुलिस ने परिजनों को शांत कराने का प्रयास किया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बैतूल ऑयल मिल में दो कर्मचारियों की रहस्यमय मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह हादसा था या साजिश, इसकी जांच जारी है। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी। वहीं, मृतकों के परिजनों की मांगों को लेकर प्रशासन पर भी दबाव बना हुआ है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच में क्या खुलासा होता है और इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।