उत्तर प्रदेश

Lucknow Metro Corridors Expansion: यूपी के इस जिले में मेट्रो का होगा विस्तार, 6 नए कॉरिडोर बनेंगे, रूट होगा 79 किमी लंबा

Lucknow Metro Corridors Expansion: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेट्रो नेटवर्क को और बड़ा बनाने की तैयारी जोरों पर है। शहर की कनेक्टिविटी को बढ़ाने और यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से छह नए मेट्रो कॉरिडोर बनाए जाने की योजना बनाई गई है। यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) ने इन कॉरिडोर की रूपरेखा तैयार कर ली है और जल्द ही इन पर काम शुरू होने की उम्मीद है।

मेट्रो विस्तार की योजना

लखनऊ में मेट्रो नेटवर्क को 79.976 किमी तक बढ़ाने की योजना है। इस विस्तार में छह नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जो शहर के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ेंगे। इनमें से चार प्रमुख कॉरिडोर इस प्रकार हैं:

  1. मुंशीपुलिया से जानकीपुरम: 6.450 किमी लंबा यह कॉरिडोर शहर के उत्तरी हिस्से को कनेक्ट करेगा।
  2. आईआईएम से राजाजीपुरम: यह कॉरिडोर 17.16 किमी लंबा होगा और लखनऊ के पश्चिमी हिस्से को जोड़ेगा।
  3. चारबाग से एसजीपीजीआई: 8.855 किमी लंबा यह मार्ग स्वास्थ्य और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा।
  4. इंदिरा नगर से एकाना स्टेडियम: 3.480 किमी लंबा यह मार्ग खेलप्रेमियों और स्टेडियम जाने वाले यात्रियों के लिए फायदेमंद रहेगा।

फेज-1बी के तहत ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर

फेज-1बी के तहत ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के विस्तार की भी योजना बनाई गई है। यह कॉरिडोर चारबाग से वसंतकुंज तक 11.165 किमी लंबा होगा। इसमें 4.286 किमी हिस्सा एलिवेटेड होगा, जबकि 6.879 किमी हिस्सा अंडरग्राउंड रहेगा। इस कॉरिडोर के लिए सार्वजनिक निवेश बोर्ड (PIB) की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।

2030 तक शुरू होंगी दो और नई लाइनों की परियोजनाएं

इसके अतिरिक्त, दो और नई लाइनों की योजना बनाई गई है, जिन पर साल 2030 तक काम शुरू होने की उम्मीद है। ये हैं:

  1. एकाना स्टेडियम से चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा: 16.470 किमी लंबा यह कॉरिडोर हवाई यात्रियों के लिए सुविधाजनक रहेगा।
  2. सचिवालय से सीजी सिटी साउथ: 9.246 किमी लंबा यह मार्ग सचिवालय और सीजी सिटी को जोड़ेगा।

Lucknow Metro Corridors Expansion: यूपी के इस जिले में मेट्रो का होगा विस्तार, 6 नए कॉरिडोर बनेंगे, रूट होगा 79 किमी लंबा

यात्रियों को क्या होंगे फायदे?

इस मेट्रो विस्तार के बाद लखनऊ के परिवहन तंत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

  • शहर के अलग-अलग हिस्सों की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
  • मेट्रो का सफर तेज और सुरक्षित होगा।
  • प्रतिदिन 3 लाख से अधिक यात्री मेट्रो सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
  • सड़क यातायात का दबाव कम होगा, जिससे प्रदूषण में भी कमी आएगी।

मंजूरी का इंतजार और शुरुआती तैयारियां

फेज-1बी के तहत ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के विस्तार के लिए PIB की मंजूरी का इंतजार है। मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इसे हरी झंडी मिल सकती है। यूपीएमआरसी ने वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों को इस योजना का ड्राफ्ट सौंप दिया है। उनका रवैया सकारात्मक दिख रहा है।

लखनऊ का मेट्रो नेटवर्क होगा मजबूत

इन परियोजनाओं के पूरे होने के बाद लखनऊ का मेट्रो नेटवर्क 79.976 किमी लंबा हो जाएगा। इससे न केवल शहर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम मजबूत होगा, बल्कि लोगों की जीवनशैली में भी सुधार आएगा।

अधिकारियों का बयान

यूपीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि इन परियोजनाओं पर काम इसी साल से शुरू कर दिया जाएगा। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ये नए मेट्रो कॉरिडोर लखनऊ के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।

लखनऊ में मेट्रो का विस्तार शहर के विकास और कनेक्टिविटी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना यातायात समस्याओं को कम करने के साथ-साथ यात्रियों को तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। अगर सब कुछ योजना के अनुसार होता है, तो लखनऊ आने वाले वर्षों में एक आधुनिक और सुव्यवस्थित शहर के रूप में उभरेगा।

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