Lebanon Pager Blast: स्मार्टफोन के युग में Hezbollah ने पुरानी तकनीक का चयन क्यों किया?
Lebanon Pager Blast: हाल ही में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने लेबनान में एक अनोखे तरीके से हड़कंप मचाया है। मोसाद ने हजारों पेजर बमों का उपयोग कर एक साथ विस्फोट कर दिए, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 4000 से अधिक लोग घायल हो गए। यह विश्व का पहला मामला है जब पेजर का उपयोग विस्फोटक उपकरण के रूप में किया गया है। इस घटना ने सवाल उठाया है कि स्मार्टफोन के युग में Hezbollah ने पुरानी तकनीक जैसे पेजर का चयन क्यों किया?
पेजर का भारत में इतिहास
पेजर, जिसे बीपर के नाम से भी जाना जाता है, 1990 के दशक में भारत में एक संक्षिप्त समय के लिए लोकप्रिय था। उस समय, पेजर को एक महत्वपूर्ण संचार उपकरण के रूप में उपयोग किया जाता था, विशेषकर उन लोगों के लिए जिनके पास मोबाइल फोन नहीं थे। हालांकि, स्मार्टफोन के आगमन के बाद पेजर का उपयोग कम हो गया और यह भारत में पूरी तरह से अप्रचलित हो गया। आज, अधिकांश लोग पेजर के बारे में बहुत कम जानते हैं।
Hezbollah द्वारा पेजर का चयन
Hezbollah ने फरवरी 2024 में पेजर का उपयोग करने का निर्णय लिया। उनका मानना था कि स्मार्टफोन के माध्यम से इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा निगरानी और ट्रैकिंग करना आसान है। स्मार्टफोन में GPS और अन्य ट्रैकिंग तकनीकें होती हैं, जो खुफिया एजेंसियों को लोगों की गतिविधियों और स्थान को ट्रैक करने में मदद करती हैं। इसके विपरीत, पेजर एक पुरानी तकनीक है जो कम जटिल और अधिक सुरक्षित मानी जाती है।
Hezbollah ने इस सुरक्षा कारण के चलते 5,000 पेजर खरीदे। उनका मानना था कि पेजर का उपयोग करने से इजरायली एजेंसियों द्वारा निगरानी से बचा जा सकता है। हालांकि, मोसाद ने इन पेजरों में विस्फोटक लगा दिए, जिससे एक बड़ी तबाही हुई।
पेजर क्या है और यह कैसे काम करता है?
पेजर एक छोटे पोर्टेबल संचार डिवाइस के रूप में जाना जाता है। यह वायरलेस तकनीक पर काम करता है और इसमें टेक्स्ट और वॉइस मैसेज दोनों प्राप्त किए जा सकते हैं। पेजर रेडियो सिग्नल्स को VHF और UHF बैंड्स की विशिष्ट आवृत्तियों पर प्राप्त करता है। इसकी बैटरी की क्षमता बहुत मजबूत होती है, और यह मोबाइल फोन नेटवर्क की अनुपस्थिति में भी काम करता है।
पेजर के काम करने का तरीका कुछ इस प्रकार है:
- सिग्नल रिसेप्शन: पेजर रेडियो सिग्नल्स को विशिष्ट आवृत्तियों पर प्राप्त करता है।
- मैसेज रिसेप्शन: उपयोगकर्ता को टेक्स्ट या वॉइस मैसेज प्राप्त होते हैं।
- वाइब्रेशन और अलर्ट: मैसेज प्राप्त होने पर पेजर वाइब्रेट करता है या ध्वनि अलर्ट देता है।
Hezbollah के फैसले का प्रभाव
Hezbollah का पेजर का उपयोग करने का निर्णय केवल सुरक्षा के दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि एक रणनीतिक चाल के रूप में भी देखा जा सकता है। पेजर का उपयोग करके, Hezbollah ने यह उम्मीद की कि उनकी संचार व्यवस्था अधिक सुरक्षित होगी और इजरायली खुफिया एजेंसी के लिए ट्रैक करना कठिन हो जाएगा।
हालांकि, मोसाद ने पेजरों में विस्फोटक भरकर इस योजना को नाकाम कर दिया। इस हमले ने यह साबित कर दिया कि पुरानी तकनीक भी आधुनिक खुफिया रणनीतियों के खिलाफ पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो सकती है।
विश्व के अन्य हिस्सों में पेजर का उपयोग
लेबनान के अलावा, पेजर का उपयोग अभी भी कई देशों में किया जाता है। अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा जैसे देशों में पेजर को स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य महत्वपूर्ण संचार सेवाओं के लिए उपयोग किया जाता है। पेजर की विश्वसनीयता और बैटरी की लंबी उम्र इसे इन क्षेत्रों में एक उपयुक्त उपकरण बनाती है, जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्याएं हो सकती हैं।