भारत-नेपाल सीमा पर बिना वीजा नेपाल जाने का प्रयास, ईरानी नागरिक गिरफ्तार, अधिकारियों को हुआ झटका
भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बलों ने बुधवार को एक ईरानी नागरिक को गिरफ्तार किया, जो बिना वीजा के भारत से नेपाल जाने की कोशिश कर रहा था। यह घटना ककरहवा सीमा पर हुई, जहां संयुक्त रूप से सीमा सुरक्षा बल (SSB) और पुलिस की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी का नाम कमरान चाकम, जो तेहरान, ईरान का निवासी है, बताया गया है। उसके पास से कई दस्तावेज बरामद हुए, जिससे पुलिस को यह शक हुआ कि आरोपी ने भारत में प्रवेश करने और नेपाल भागने के लिए कई गैरकानूनी तरीकों का इस्तेमाल किया है।
गिरफ्तार आरोपी और उसकी गतिविधियां
गिरफ्तार किए गए आरोपी कमरान चाकम, जो ईरान के तेहरान शहर के निवासी हैं, के पास से चार पासपोर्ट, दो फर्जी आधार कार्ड, दो पहचान पत्र, एक रेलवे टिकट, मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, दो एटीएम कार्ड और 13 हजार भारतीय रुपये बरामद हुए हैं। इन सभी दस्तावेजों के मिलने से यह साफ होता है कि कमरान चाकम ने अपनी पहचान छिपाने के लिए कई जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की, तो उसने बताया कि वह दिल्ली में अपने परिचित अमित सिंह के घर पिछले दो साल से रह रहा था। यह भी पता चला कि अमित सिंह, जो दिल्ली में ड्रग्स के व्यापार में शामिल था, नेपाल में व्यापार के सिलसिले में आता-जाता था और यहीं कमरान की उससे मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों की मुलाकातें बढ़ गईं और कमरान दिल्ली में रहने लगा।
आरोपी का नेपाल भागने का प्लान
गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ से पता चला कि कमरान ने दिवाली के दौरान दिल्ली में एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) के छापे के बाद अपना भागने का प्लान बनाना शुरू कर दिया था। अमित सिंह की गिरफ्तारी के बाद, कमरान ने नेपाल भागने का मन बना लिया और इसके लिए उसने फर्जी नाम से दिल्ली से गोरखपुर के लिए ट्रेन टिकट बुक किया। गोरखपुर पहुंचने के बाद, वह कैब से ककरहवा सीमा के पास पहुंचा, जहां वह नेपाल जाने की कोशिश कर रहा था।
भारत में कमरान की अवैध उपस्थिति
कमरान के पास से मिले पासपोर्ट में नेपाल का एक प्रवेश टिकट भी मिला, जो इस बात का संकेत है कि वह पहले भी नेपाल जा चुका था। पुलिस ने बताया कि कमरान के पास भारतीय वीजा नहीं था, और उसने नेपाल जाने के लिए बिना वैध दस्तावेज के भारत से निकलने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक, कमरान को भारतीय सीमा में प्रवेश करने के लिए अवैध तरीके से भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने के बाद दिल्ली में रहकर व्यवसायी अमित सिंह के संपर्क में था।
गिरफ्तारी की कार्यवाही और पुलिस की भूमिका
ककरहवा सीमा पर कमरान की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस स्टेशन के प्रभारी अनुप कुमार मिश्रा, ककरहवा चौकी प्रभारी राकेश त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल उमेश कुमार और सीमा सुरक्षा बल (SSB) के कई कर्मियों ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस ने कमरान के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को लेकर एक अहम सफलता है और यह अन्य संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
पुलिस और सुरक्षा बलों का सतर्कता पर जोर
इस मामले में पुलिस और सुरक्षा बलों की सजगता को सराहा जा रहा है। भारतीय सीमा पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए आगे भी इस तरह की सतर्कता बनाए रखी जाएगी।
ईरानी नागरिक कमरान चाकम की गिरफ्तारी ने भारतीय सीमा सुरक्षा की महत्ता को एक बार फिर से साबित किया है। अवैध रूप से भारत से नेपाल भागने की उसकी कोशिश ने न केवल सुरक्षा की गम्भीरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि अंतरराष्ट्रीय अपराधों को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को सतर्क रहना कितना जरूरी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।