सोने में निवेश का मौका या आखिरी मौका? जानिए क्या 2025 तक 4500 डॉलर तक पहुंचेगा सोना

अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। सोने की मांग लगातार बढ़ रही है क्योंकि इसे सुरक्षित निवेश के तौर पर देखा जा रहा है। इसी कारण इसकी कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन से जुड़ा बड़ा बदलाव किया है। RBI ने लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेश्यो को 75 फीसदी से बढ़ाकर 85 फीसदी कर दिया है। यानी अब अगर आप 2.5 लाख रुपये तक के सोने पर लोन लेते हैं तो पहले की तरह 75% नहीं बल्कि अब आपको 85% तक का लोन मिल सकता है। इससे उन लोगों को सीधा फायदा मिलेगा जो आपात स्थिति में सोने के बदले पैसा लेना चाहते हैं।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंक साल 2022 से ही लगातार अपने गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। साथ ही अब निवेशक भी गोल्ड ईटीएफ (ETF) में पैसा लगाने लगे हैं। मांग बढ़ने के कारण सोने की कीमतें भी तेजी से चढ़ रही हैं। अक्टूबर 2022 में गोल्ड की कीमत 1,500 डॉलर प्रति औंस थी जो अब बढ़कर 3,400 डॉलर के पार पहुंच चुकी है। यानी करीब दो साल आठ महीने में सोने ने 125% तक का रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में भी गोल्ड ने 50% से अधिक रिटर्न दिया है। अगर पिछले 10 वर्षों की बात करें तो सोना करीब 180% का रिटर्न दे चुका है। यह आंकड़े यह बताते हैं कि सोने में निवेश लंबे समय में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
क्या सोने की कीमतें और बढ़ेंगी?
22 अप्रैल 2025 को गोल्ड की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। अब निवेशकों के मन में यह सवाल है कि क्या यह तेजी आगे भी जारी रहेगी। इस पर वैश्विक निवेश फर्म गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि केंद्रीय बैंकों की बढ़ती मांग के चलते सोने की कीमतें आने वाले समय में और ऊंचाई छू सकती हैं। गोल्डमैन के अनुसार साल 2025 के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है और अगर अमेरिका में मंदी आती है तो इसकी कीमत 3,880 डॉलर प्रति औंस तक भी जा सकती है। इसके अलावा एक और अनुमान है कि सोना साल के अंत तक 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
अन्य वैश्विक अनुमान भी सोने को लेकर आशावादी
गोल्डमैन सैक्स के अलावा जेपी मॉर्गन और सिटी रिसर्च जैसी बड़ी फर्म्स ने भी सोने की कीमतों को लेकर सकारात्मक अनुमान जताए हैं। जेपी मॉर्गन का मानना है कि अमेरिका में महंगाई बढ़ने और अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के कारण सोने की कीमतें अगले साल तक 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। वहीं सिटी रिसर्च ने भी पहले अपने गोल्ड प्राइस टारगेट को 3,200 डॉलर से बढ़ाकर 3,500 डॉलर किया था जो अब सच साबित हो चुका है। इन तमाम अनुमानों से यह साफ है कि सोने की कीमतें आने वाले समय में और तेजी से ऊपर जा सकती हैं। ऐसे में अगर आप निवेश की सोच रहे हैं तो सोना एक सुरक्षित और लाभकारी विकल्प बन सकता है।