बलिया में इंस्पेक्टर बना हीरो: डूबे किशोर का शव निकालने के लिए तालाब में कूदा

उत्तर प्रदेश के बलिया में एक पुलिस इंस्पेक्टर ने बहादुरी और मानवता का एक दिल छू लेने वाला काम किया है। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से ही हर कोई चर्चा में है। यह घटना बेल्थरा रोड के उभांव थाना क्षेत्र में हुई, जहां 15 वर्षीय अल्तमस नामक एक लड़के की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। लोगों को सिर्फ़ एक युवा की जान जाने से नहीं बल्कि चौकी इंचार्ज बक बहादुर सिंह द्वारा स्थिति का सामना करने के तरीके से बहुत दुख हुआ। उन्होंने कर्तव्य और साहस की मिसाल पेश की।
किसी की हिम्मत नहीं हुई बीच बचाव करने की
स्थानीय लोगों के अनुसार, नवीन मंडी के पास तालाब के चारों ओर भीड़ पहले से ही जमा थी, जहाँ लड़का डूब गया था, लेकिन किसी ने भी उसे खोजने की हिम्मत नहीं की। यह एक तनावपूर्ण क्षण था, क्योंकि हर कोई किनारे से असहाय होकर देख रहा था। दूसरों की अनिच्छा को देखते हुए, वरिष्ठ चौकी प्रभारी बक बहादुर सिंह ने दो बार नहीं सोचा। उन्होंने अपनी वर्दी उतारी, तालाब की ओर चले गए, और बिना किसी हिचकिचाहट के उसमें कूद गए। उनकी बहादुरी के कार्य ने घटनास्थल पर मौजूद अन्य लोगों को प्रेरित किया, और जल्द ही, कुछ स्थानीय लोगों ने उनका अनुसरण किया और खोज में शामिल हो गए।
सामूहिक प्रयास के बाद शव बरामद
कुछ देर साथ मिलकर खोज करने के बाद, इंस्पेक्टर सिंह के साथ पानी में गए लोगों की मदद से अल्तमस का शव बरामद हुआ और उसे सतह पर लाया गया। लड़के के कपड़े किनारे पर मिले, जिससे पुष्टि हुई कि वह नहाने के लिए वहां गया था। शव की बरामदगी से जहां शोक संतप्त परिवार को कुछ राहत मिली, वहीं पुलिसकर्मी के साहसी कार्य ने इसे देखने वाले हर व्यक्ति पर अमिट छाप छोड़ी। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने वीडियो बनाए, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे इंस्पेक्टर की व्यापक प्रशंसा हुई।
मृत अवशेषों के इर्द-गिर्द रहस्य
शव बरामद होने से कुछ राहत मिली है, लेकिन कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं। स्थानीय लोग लड़के के डूबने की परिस्थितियों को लेकर अटकलें लगा रहे हैं, कुछ लोग संदेह जताते हुए आगे की जांच की मांग कर रहे हैं। फिलहाल, मौत के कारणों के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। शव को उभांव थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद की देखरेख में पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चल पाएगा। इस बीच, इंस्पेक्टर बाक बहादुर सिंह के इस साहसिक कार्य की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है, कई लोग उन्हें वर्दी में असल जिंदगी का हीरो कह रहे हैं।