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भारत की पहली Vande Bharat स्लीपर ट्रेन, जल्द शुरू होगा ट्रायल, जानिए क्या होंगी खासियतें

भारतीय रेलवे द्वारा संचालित Vande Bharat एक्सप्रेस पहले ही अपनी तेज गति और अत्याधुनिक सुविधाओं के कारण यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो चुकी है। अब भारतीय रेलवे वंदे Vande Bharat भारत ट्रेन के स्लीपर वर्जन को भी लाने की तैयारी कर रही है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का ट्रायल जल्द शुरू होने की संभावना है। रेलवे से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह स्लीपर ट्रेन जल्द ही चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) पहुंचेगी। वर्तमान में, इस ट्रेन को बेंगलुरु स्थित बीईएमएल (BEML) की सुविधा में तैयार किया जा रहा था।

ट्रायल की प्रक्रिया और संभावित लॉन्चिंग

इस ट्रेन का सबसे पहले ऑसिलेशन ट्रायल (Oscillation Trial) किया जाएगा, जिसके जरिए विभिन्न तकनीकी और सुरक्षा मानकों पर ट्रेन की जांच की जाएगी। यह परीक्षण ICF द्वारा किया जाएगा। इसके बाद ट्रेन का स्थिरता परीक्षण, गति परीक्षण और अन्य तकनीकी परीक्षण किए जाएंगे। इन सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने में लगभग दो महीने का समय लग सकता है। उम्मीद है कि इस ट्रेन का व्यावसायिक संचालन दिसंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा।

इस ट्रेन का किराया राजधानी एक्सप्रेस की तरह ही होगा, जिससे यह सुविधा आराम और बजट के बीच संतुलन बनाए रखने का वादा करती है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की संरचना

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कुल 16 कोच के साथ चलेगी, जिसमें कुल 823 बर्थ होंगे। इनमें 11 3AC कोच (611 बर्थ), 4 2AC कोच (188 बर्थ), और 1 1AC कोच (24 बर्थ) शामिल होंगे। यह ट्रेन यात्रियों को एक सहज और झटकों से मुक्त यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी, जो कि मौजूदा ट्रेन सेवाओं की तुलना में एक बड़ा सुधार होगा।

भारत की पहली Vande Bharat स्लीपर ट्रेन, जल्द शुरू होगा ट्रायल, जानिए क्या होंगी खासियतें

यात्रियों के लिए सुविधाएं

वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेन को आधुनिक यात्रियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। हर कोच में पढ़ने के लिए लैंप, चार्जिंग आउटलेट, स्नैक टेबल और मोबाइल/मैगज़ीन होल्डर जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा, सभी कोचों में स्वचालित दरवाजे होंगे, जो यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखेंगे।

कोच में आग से सुरक्षा के मानकों का भी ध्यान रखा गया है और EN 45545 मानक का अनुपालन किया गया है। ट्रेन के सभी कोच स्टेनलेस स्टील से बने होंगे, जो इसे टिकाऊ और सुरक्षित बनाते हैं। ट्रेन में आर्मर कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम जैसी तकनीक भी शामिल की गई है, जो इसे आधुनिक सुरक्षा मानकों के अनुकूल बनाती है।

स्पीड और क्षमता

यह ट्रेन परीक्षण के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चलने में सक्षम होगी, जबकि नियमित परिचालन के दौरान इसकी अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। भारतीय रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के निर्माण के लिए 200 ट्रेनों का आदेश दिया है, जिनमें से 10 रेक 16 कोच के साथ तैयार किए जाएंगे। इन ट्रेनों का उद्देश्य राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में अधिक आरामदायक, तेज और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करना है।

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की महत्वाकांक्षी योजना

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, भारतीय रेलवे की एक नई पेशकश है, जो न केवल यात्रियों को उच्च गति पर यात्रा की सुविधा प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें अधिक आराम और सुरक्षा का अनुभव भी कराएगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले साल बताया था कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का मूल डिजाइन मंजूरी प्राप्त कर चुका है और इस ट्रेन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।

इस ट्रेन को लेकर रेलवे यात्रियों के बीच बड़ी उम्मीदें हैं, खासकर उन यात्रियों के लिए जो लंबी दूरी की यात्रा के दौरान आराम और सुविधा की तलाश में रहते हैं। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के आने से भारतीय रेलवे के यात्रा अनुभव में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जो यात्री सुविधाओं को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

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