‘अगर छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं’ – भारत की पाक को खुली चेतावनी, ऑपरेशन सिंदूर से दहशत में आतंकी ठिकाने

भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर जबरदस्त कार्रवाई की है। इस कार्रवाई का नाम ऑपरेशन सिंदूर रखा गया है। सेना ने 9 प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद लश्कर-ए-तैयबा और हिज़बुल मुजाहिद्दीन से जुड़े हुए थे। ये सभी हमले भारत की जमीन से किए गए। इस पूरे ऑपरेशन का मकसद एक ही था कि अगर भारत को छेड़ा जाएगा तो जवाब इतना सटीक और कठोर होगा कि दुश्मन दोबारा सोचने पर मजबूर हो जाएगा।
जेपी नड्डा का सख्त संदेश: अब बख्शा नहीं जाएगा
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहलगाम पर भारत का संदेश बिल्कुल साफ है – अगर हमें छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जो भी भारत की आत्मा पर हमला करेगा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने में सक्षम भी है और संकल्पबद्ध भी। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने अपने संकल्प को धरातल पर उतारकर दिखा दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा – “हम आतंकवाद के दानव को जड़ से खत्म करेंगे – #OperationSindoor।”
पहलगाम पर भारत का पैग़ाम – छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा भारत की आत्मा पर हमला करने वालो को कड़ी सज़ा मिलेगी।
भारत आतंकवाद को उसकी जड़ से उखाड़ फेकने में सक्षम भी है और संकल्प बद्ध भी है।
मिटा देंगे आतंकवाद का नासूर – #OperationSindoor
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) May 7, 2025
100 से ज्यादा आतंकी किए गए ढेर
भारतीय वायुसेना की इस सटीक कार्रवाई में पाकिस्तान और पीओके के कुल 9 आतंकवादी अड्डे तबाह किए गए। इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है और यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। जिन ठिकानों को इस हमले में निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर का मरकज़ सुब्हान अल्लाह टेहरा कलां का सरजल अड्डा कोटली का मरकज़ अब्बास और मुज़फ़्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप शामिल है। ये सभी अड्डे जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। वहीं लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों में मुरिदके का मरकज़ तैयबा बरनाला का मरकज़ अहले-हदीस और मुज़फ्फराबाद का शाव्वाई नाला कैंप शामिल था। इन सब पर सटीक और योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया।
पहलगाम हमले का लिया गया करारा बदला
बता दें कि यह सैन्य कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक दो हफ्ते बाद की गई है। उस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी और देशभर में आक्रोश की लहर दौड़ गई थी। उस हमले के बाद से ही पूरे देश को एक निर्णायक और कड़ा कदम उठाए जाने की उम्मीद थी। अब जब भारत ने आतंकवाद के गढ़ पर सीधा वार किया है तो एक तरफ देश को सुकून मिला है और दूसरी तरफ दुश्मनों के खेमे में खलबली मच गई है। भारत ने यह भी साफ कर दिया है कि अब सिर्फ बयान नहीं बल्कि जवाब दिया जाएगा और वो भी दुश्मन की जड़ तक पहुंचकर।