Rewa news. दलबदलु नेताओं की ईमानदारी: बीरखाम के सरपंच ने ली BJP की सदस्यता , फिर बोले भाजपाइयों ने जबरन फंसाया
Rewa news : पुराने जमाने में कक्षा 4 की किताब में एक कहावत हुआ करती थी जिसे हम मुहावरा कहते हैं जिसमें कई मुहावरों में एक मुहावरा होता था ( बिना पेंदी का लोटा) और इस मुहावरे को पढ़ाते समय शिक्षक इसका अर्थ बताते थे (नेता) आज के जमाने में यह मुहावरा किस कक्षा की पुस्तक में शिफ्ट हो गया है ये तो नहीं पता परन्तु उसी तरह आज कल के नेताओं की शिफ्टिंग का अंदाजा लगाना भी मुश्किल होता जा रहा है कि वह कब कौन सी पार्टी के नेता बन जाएंगे। कई बार तो चुनाव के समय नेताओं की शिफ्टिंग का फायदा राजनैतिक दलों को भी होता है जिसमें उदाहरण के तौर पर कांग्रेस से बीजेपी में गए नेताजी के कारण बीजेपी में वोट की शिफ्टिंग का होना या फिर अन्य दलों में वोट का परिवर्तित होना तथा ये प्रक्रिया लगातार चल रही है और नेताओं की शिफ्टिंग जारी है। नेतागिरी की शिफ्टिंग का ताजा मामला सामने आया है जिले के सेमरिया विधानसभा से जहां दिनेश सिंह नाम के एक नेता जी ने पहले तो भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और फिर 5 मिनट के अंदर ही वह जैसे बीजेपी नेताओं के खेमे से निकले तो उन्होंने बयान जारी कर दिया कि उन्हें जबरन बीजेपी का सदस्य बनाया गया है अब उनकी इस बयानबाजी से भारतीय जनता पार्टी की ओर से दिनेश सिंह को पार्टी में शामिल करने वाले नेता की मुश्किलें बढ़ गई की आखिर क्यों इस तरह के दल बदलने वाले नेता को पार्टी में शामिल किया गया।
सरपंच साहब ने फंसाया पेंच
दरअसल रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा क्षेत्र की बीरखाम ग्राम पंचायत के सरपंच दिनेश सिंह ने गांव में ही आयोजित हुए मन की बात कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली मगर कुछ घंटों बाद वह पार्टी का सदस्य होने से ही मुकर गए और बीजेपी के मंडल अध्यक्ष पर आरोप मढ़ने शुरू कर दिए कि मंडल अध्यक्ष उत्कर्ष पटेल ने जबरन उनका मोबाइल फोन छुड़ाकर उन्हें पार्टी का सदस्य बना दिया और फिर क्या सरपंच साहब के इस बयान ने जिले की सियासत को हिलाकर रख दिया तथा चारों ओर सेमरिया के मंडल अध्यक्ष की किरकिरी होने लगी हालांकि मंडल अध्यक्ष उत्कर्ष पटेल ने तुरंत ही आनन फानन में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर दिया जिसमें उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी कैडर बेस पार्टी है जहां राह चलते किसी को भी सदस्य नहीं बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि दिनेश सिंह स्वयं हमारे कार्यक्रम में आए और कहा कि मुझे पार्टी का सदस्य बनना है तब उनके मोबाइल से सदस्यता की ओटीपी प्राप्त की गई और उन्हें पार्टी का सदस्य बनाया गया है।
कांग्रेस विधायक से सरपंच की सांठ गांठ
भारतीय जनता पार्टी के सेमरिया मंडल के अध्यक्ष उत्कर्ष पटेल ने सरपंच दिनेश सिंह को दिलाई गई पार्टी की सदस्यता पर कांग्रेस के विधायक अभय मिश्रा पर आरोप मढ़े है जिसमे उन्होंने कहा है कि सरपंच दिनेश सिंह को कांग्रेस के विधायक द्वारा किसी प्रकार की लालच दी गई है जिसके कारण वह पार्टी की सदस्यता से मुकर गए हैं। मंडल
अध्यक्ष उत्कर्ष पटेल का कहना है कि हमेशा से ही बीजेपी के सदस्यों को डर दिखाकर कांग्रेस विधायक अपनी मनमानी करते आए हैं तथा धन बल का वह गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं।
इधर, उधर, जिधर किधर में नेताओं का डेरा
आपको बता दें सेमरिया से यह कोई पहला मामला सामने नहीं आया है जिसमे कोई नेता जी किसी भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करके उससे मुकरे हैं ये आए दिन का हाल हो गया है और सेमरिया बस का नहीं बल्कि हर जगह के नेताओं का यही हाल है कि उन्हें जहां से माल मिलता है वहां उन्हें शिफ्ट हो जाना है। वहीं कई तो टिकट की लालसा से भी इधर उधर होते रहते हैं जिसमे सेमरिया के विधायक अभय मिश्रा खुद ही शामिल हैं जो करीब चार बार बीजेपी, कांग्रेस की अदला बदली कर चुके वहीं अन्य कई नेता भी ऐसा करते रहे हैं।