MahaKumbh में श्रद्धालुओं का सैलाब, प्रयागराज में यातायात व्यवस्था प्रभावित

प्रयागराज में चल रहे MahaKumbh में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। विशेष रूप से माघी पूर्णिमा स्नान के अवसर पर लोग अपने घरों से निकलकर संगम की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन भारी भीड़ के कारण प्रयागराज जाने वाले मार्गों पर लंबा जाम लग गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बस, ट्रेन और निजी वाहनों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
यातायात जाम से लोग परेशान
माघी पूर्णिमा स्नान के लिए देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं। लाखों की भीड़ के कारण हाईवे और शहर के अंदरूनी मार्गों पर भीषण जाम लगा हुआ है। प्रमुख हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं, जिससे लोगों को घंटों तक ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि श्रद्धालुओं को कम से कम दिक्कत हो, लेकिन भारी भीड़ के कारण यातायात नियंत्रण में मुश्किलें आ रही हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने कई वैकल्पिक मार्ग भी सुझाए हैं, लेकिन फिर भी मुख्य सड़कों पर भीड़ का दबाव बना हुआ है। यातायात पुलिस और सुरक्षाकर्मी स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है।
Yesterday, 12.5 lakh pilgrims were facilitated and a record 330 trains departed from Prayagraj Mahakumbh area stations. Today, 130 trains have departed from the mela area so far.
All Mahakumbh mela railway stations are operating smoothly. pic.twitter.com/XwuyROinR8— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 10, 2025
प्रयागराज जंक्शन के बंद होने की अफवाह से हड़कंप
इस बीच सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैली कि प्रयागराज जंक्शन को बंद कर दिया गया है, जिससे यात्रियों में चिंता बढ़ गई। कई श्रद्धालु इस खबर को सुनकर परेशान हो गए और यात्रा को लेकर असमंजस में पड़ गए। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने इस अफवाह को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि प्रयागराज जंक्शन को बंद करने की कोई योजना नहीं है।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद इस मामले पर सफाई देते हुए कहा, “प्रयागराज महाकुंभ के लिए रेलवे ने आठ स्टेशनों पर विशेष इंतजाम किए हैं। राज्य प्रशासन और रेलवे प्रशासन मिलकर पूरी व्यवस्था संभाल रहे हैं। रविवार को प्रयागराज जंक्शन से 330 ट्रेनें रवाना हुई थीं और आज भी सभी ट्रेनें सुचारु रूप से चल रही हैं। यदि कोई अफवाह फैला रहा है, तो उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।”
रेलवे प्रशासन ने यह भी बताया कि प्रयागराज राज संगम स्टेशन को भीड़ नियंत्रण के लिए कुछ समय के लिए बंद किया गया है, लेकिन बाकी सभी स्टेशन सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं।
प्रयागराज राज संगम स्टेशन अस्थायी रूप से बंद
प्रयागराज जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार, उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अंतर्गत आने वाले प्रयागराज राज संगम स्टेशन को 9 फरवरी दोपहर 1:30 बजे से 14 फरवरी रात 12 बजे तक यात्री यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। यह निर्णय भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है।
हालांकि, रेलवे प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज के अन्य आठ स्टेशनों से नियमित और विशेष ट्रेनों का संचालन जारी रखा है। ये स्टेशन हैं:
- प्रयागराज छिवकी
- नैनी
- प्रयागराज जंक्शन
- सुबेदारगंज
- प्रयाग
- फाफामऊ
- प्रयागराज रामबाग
- झूंसी
इन स्टेशनों पर विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
प्रयागराज महाकुंभ में प्रशासन की तैयारियां
महा कुंभ मेले के दौरान करोड़ों श्रद्धालु संगम स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं, इसलिए राज्य और केंद्र सरकार ने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- अतिरिक्त बस सेवाओं की व्यवस्था
- कुंभ क्षेत्र में यातायात नियंत्रण के लिए ड्रोन कैमरों की मदद
- प्रमुख मार्गों पर पुलिस बल की तैनाती
- श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश देने के लिए सूचना केंद्रों की स्थापना
माघी पूर्णिमा स्नान का धार्मिक महत्व
माघी पूर्णिमा का स्नान हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन संगम में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है और समस्त पापों का नाश हो जाता है। माघ मास में संगम स्नान का विशेष महत्व होता है और इस दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष फल बताया गया है।
श्रद्धालुओं की मान्यता है कि इस दिन गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम स्नान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यही कारण है कि लाखों लोग देश के कोने-कोने से प्रयागराज आकर संगम में आस्था की डुबकी लगाते हैं।
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक जानकारी पर विश्वास करें। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा के दौरान अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें और निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें।
इसके अलावा, प्रशासन ने सुझाव दिया है कि श्रद्धालु रेलवे और बस स्टेशनों पर अधिक भीड़ से बचने के लिए पहले से अपनी यात्रा की योजना बनाएं। रेलवे प्रशासन भी यात्रियों को लगातार अपडेट दे रहा है ताकि किसी को भी किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रयागराज महाकुंभ में आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। हालांकि, प्रशासन पूरी तरह से स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा हुआ है और रेलवे भी सुचारु रूप से काम कर रहा है।
अफवाहों से बचते हुए श्रद्धालु अगर प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें तो उनकी यात्रा और स्नान का अनुभव सुखद रहेगा। माघी पूर्णिमा के स्नान का यह पावन अवसर न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, और इस आयोजन के माध्यम से भारत की आध्यात्मिक विरासत को पूरी दुनिया में पहचान मिल रही है।