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थकान और कमजोरी को न करें नजरअंदाज, हो सकती है एनीमिया की गंभीर शुरुआत की निशानी

Anemia Symptoms: आजकल की बदलती जीवनशैली में लोगों को खून की कमी यानी एनीमिया की समस्या बहुत आम हो गई है। हर उम्र के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। खून की कमी होने पर सबसे पहले शरीर में थकावट और कमजोरी महसूस होने लगती है। दिल्ली के लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. एलएच घोटेकर बताते हैं कि खून की कमी होने पर इंसान ज़रा सा काम करने पर थक जाता है या फिर बिना किसी मेहनत के भी शरीर में सुस्ती छा जाती है। दरअसल जब शरीर के अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती तो उनमें ऊर्जा का स्तर घट जाता है जिससे कमजोरी आने लगती है। इस दौरान व्यक्ति की त्वचा, होंठ, जीभ और नाखून पीले या फीके रंग के दिखने लगते हैं।

डॉ. घोटेकर के अनुसार एनीमिया की दूसरी बड़ी पहचान है सांस फूलना। खून की कमी होने पर जब शरीर को पूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलती तो ज़रा सा सीढ़ियाँ चढ़ने पर या हल्का काम करने पर भी सांस चढ़ जाती है। ऐसे मरीजों को अचानक दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है या छाती में घबराहट महसूस होती है। कई बार तो सीने में भारीपन या हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है। ये लक्षण दिखाई देने लगें तो समझना चाहिए कि शरीर में खून की मात्रा कम हो रही है और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

थकान और कमजोरी को न करें नजरअंदाज, हो सकती है एनीमिया की गंभीर शुरुआत की निशानी

खून की कमी होने के कारण

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. समीर भाटी बताते हैं कि जब शरीर में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 जैसे जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है तो रेड ब्लड सेल्स यानी आरबीसी का निर्माण कम हो जाता है जिससे एनीमिया हो जाता है। महिलाओं में माहवारी के दौरान अधिक रक्तस्राव, पेट या आंतों में अल्सर, चोट लगने या ऑपरेशन के दौरान अधिक खून बहना भी इसके कारण हो सकते हैं। इसके अलावा लीवर या किडनी से जुड़ी बीमारियां, कैंसर, किसी गंभीर संक्रमण या पुरानी बीमारी की वजह से भी शरीर में खून की कमी हो सकती है।

कैसे करें बचाव और इलाज

इससे बचने के लिए सबसे ज़रूरी है कि अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर चीज़ें शामिल करें। हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, दालें, फल, अंडे, मछली और दूध जैसी चीजें ज़रूर खाएं। डॉक्टर की सलाह से आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की दवाएं भी ली जा सकती हैं। समय-समय पर खून की जांच करवाते रहें ताकि कमी का पता समय पर चल सके। अगर किसी भी स्थिति में शरीर से ज़्यादा खून बहता है तो देरी न करते हुए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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