सऊदी में आतंक पर चर्चा या रणनीति की शुरुआत? जानिए 2 घंटे की रहस्यमयी देरी का सच

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही रोक दिया और बुधवार सुबह जल्दी ही दिल्ली लौट आए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह तत्काल कदम उठाया गया। जैसे ही वे उतरे, प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिति का आकलन करने के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। यह बैठक 2019 में पुलवामा के बाद घाटी में हुए सबसे घातक आतंकवादी हमले के मद्देनजर हुई है। प्रधानमंत्री ने कार्रवाई करने में देर नहीं लगाई और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिस्री सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ देर रात समीक्षा की। यह प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि सरकार स्थिति को कितनी गंभीरता से ले रही है और त्वरित, निर्णायक कार्रवाई करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखा रही है।
वह हमला जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया
पहलगाम में हुए हमले ने पूरे देश को स्तब्ध और दुखी कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार, 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें से ज़्यादातर कथित तौर पर लोकप्रिय घाटी गंतव्य पर घूमने आए पर्यटक थे। इसे 2019 में पुलवामा हमले के बाद से इस क्षेत्र में सबसे भयानक आतंकवादी हमला कहा जा रहा है, जिसमें 40 सीआरपीएफ़ कर्मियों की जान चली गई थी। राष्ट्र ने व्यापक दुःख और गुस्से के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की है। यह सिर्फ़ एक आतंकी हमला नहीं था – यह लगातार उन खतरों की एक क्रूर याद दिलाता है जो क्षेत्र में शांति को निशाना बनाते रहते हैं। यह हमला अपेक्षाकृत सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र में हुआ, जिससे घुसपैठ और खुफिया विफलताओं के बारे में गंभीर सवाल उठते हैं। जवाब में, घाटी भर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और तलाशी अभियान चल रहा है।
Watch: Prime Minister Narendra Modi cut short his official trip to Saudi Arabia and returned to Delhi, following the terror attack in Pahalgam pic.twitter.com/6SZPbrLHeR
— IANS (@ians_india) April 23, 2025
सऊदी अरब यात्रा पर त्रासदी का साया
दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब की संक्षिप्त यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दा भी चर्चा का एक प्रमुख मुद्दा था। उन्होंने और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने रणनीतिक साझेदारी परिषद की सह-अध्यक्षता की और दोनों नेताओं ने आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की। बिन सलमान एक कदम आगे बढ़ गए और उन्होंने पहलगाम हमले को “अमानवीय और निंदनीय” कहा, और भारत के साथ पूरी एकजुटता व्यक्त की। रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम मोदी ने क्राउन प्रिंस के साथ अपनी निर्धारित बैठक को लगभग दो घंटे के लिए टाल दिया ताकि वे नई दिल्ली के संपर्क में रह सकें और घटनाक्रम पर नज़र रख सकें। हालाँकि उन्होंने प्रमुख कूटनीतिक वार्ताएँ पूरी कर लीं, लेकिन प्रधानमंत्री ने आधिकारिक रात्रिभोज को छोड़ दिया और उसी रात घर लौटने का फैसला किया, जिससे पता चलता है कि वे इस त्रासदी को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।
Delhi | Prime Minister Narendra Modi took a briefing meeting with EAM Dr S Jaishankar, NSA Ajit Doval, Foreign Secretary Vikram Misri and other officials in view of the #PahalgamTerroristAttack in Kashmir pic.twitter.com/F1LnHakHrU
— ANI (@ANI) April 23, 2025
वैश्विक निंदा और भारत की दृढ़ प्रतिक्रिया
उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कश्मीर घाटी के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई। इस बैठक में सभी प्रमुख सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने हिस्सा लिया, जो इस घटना पर बहुस्तरीय प्रतिक्रिया को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कड़ा संदेश देते हुए कहा, “इस जघन्य घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई मजबूत है और हम इस नापाक हरकत का जवाब जरूर देंगे।” संदेश साफ था- भारत इसे यूं ही नहीं जाने देगा। इस बीच, वैश्विक नेता भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुख और समर्थन जताते हुए कहा, “हम मुश्किल वक्त में भारत के साथ मजबूती से खड़े हैं। आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका भारत का समर्थन करता है।” इस कदम को संकट के समय दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक और कदम के तौर पर देखा जा रहा है।