बचपन पर कहर: सरोजिनी नगर में मासूम को पीटते दिखे दुकानदार, दो हिरासत में

दिल्ली के सरोजिनी नगर मार्केट से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में देखा गया कि कुछ दुकानदार एक छोटे बच्चे को बुरी तरह पीट रहे हैं और उसे डराने के लिए शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक दुकानदार लगातार बच्चे को थप्पड़ मार रहा है और मारते-मारते उसके कपड़े भी फाड़ देता है। वहीं पास में खड़ा दूसरा दुकानदार इस पूरी घटना का वीडियो बना रहा है लेकिन कोई भी उस बच्चे को बचाने की कोशिश नहीं करता। जब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जिस मासूम को पीटा गया उसकी मां बहुत गरीब है और सरोजिनी नगर मार्केट में छोटे-मोटे काम करके अपने बच्चे का पेट पालती है। कभी-कभी वह बच्चा भी बाजार में आने वाले ग्राहकों से पैसे या खाना मांग लेता है। दुकानदारों का कहना है कि उन्होंने उसे डराने के लिए ऐसा किया लेकिन जिस तरह से उसे पीटा गया वह दिल को झकझोर देने वाला है। इस तरह के हिंसक व्यवहार को सिर्फ डराना नहीं कहा जा सकता बल्कि यह तो सीधा जुर्म है। एक मासूम बच्चा जिसने अभी ज़िंदगी देखनी शुरू ही की है, उसके साथ ऐसा बर्ताव पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है।
मारपीट के वीडियो ने खोली सच्चाई
यह कोई पहली घटना नहीं है जब सरोजिनी नगर मार्केट से हिंसा की खबर आई हो। पिछले महीने भी एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ गुंडे महिलाओं को डंडों से पीटते नजर आ रहे थे। यह वीडियो 27 मई का था और दिनदहाड़े महिलाएं बुरी तरह पीटी गई थीं। इन सभी महिलाओं का कसूर बस इतना था कि वे सरोजिनी नगर मार्केट में छोटी-मोटी चीजें बेचती थीं। वीडियो में साफ दिखा कि दर्जनों लोग लाठियां लेकर महिलाओं पर टूट पड़े और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि 23 मई को दुकान लगाने को लेकर विवाद हुआ था और उसी का बदला लेने के लिए 27 मई को हमला किया गया।
सरोजिनी नगर मार्केट बन रहा है हिंसा का अड्डा
एक के बाद एक ऐसी घटनाओं से साफ होता है कि दिल्ली का मशहूर सरोजिनी नगर मार्केट अब सिर्फ सस्ते कपड़ों के लिए ही नहीं बल्कि हिंसा के लिए भी बदनाम होता जा रहा है। पहले महिलाओं को दिनदहाड़े पीटा गया और अब एक मासूम बच्चे को भी नहीं छोड़ा गया। बाजार में खुलेआम दबंगई और गुंडागर्दी की घटनाएं हो रही हैं। पुलिस ने भले ही दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन सवाल यह है कि बाजार में कानून का डर क्यों नहीं है। क्या गरीब और बेसहारा लोगों के साथ अब यही व्यवहार किया जाएगा। इस घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है और जरूरत है कि प्रशासन इस पर सख्ती से कार्रवाई करे ताकि दोबारा कोई मासूम ऐसी बेरहमी का शिकार न हो।