Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में AAP का आक्रामक रुख, केजरीवाल की नई रणनीति से BJP की मुश्किलें बढ़ीं
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष और स्थानीय नेता अपने विरोधियों के खिलाफ पहले से कहीं ज्यादा आक्रामक हो गए हैं। दिल्ली में BJP नेता आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ जोरदार प्रचार में जुटे हैं। दूसरी तरफ, AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली पदयात्रा के दौरान लगातार BJP पर हमला बोल रहे हैं। उनका कहना है कि BJP और केंद्र सरकार ने दिल्ली में विकास कार्यों को रुकवाने के लिए साजिश की है।
पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार यह जोर देकर कह रहे हैं कि वह दिल्ली के लोगों के हित में अपनी स्थिति से पीछे नहीं हटेंगे। उनका कहना है, “हम उसी एजेंडे के तहत उनका मुकाबला करेंगे जिसके तहत BJP AAP को चुनावों में हराना चाहती है।” यही कारण है कि AAP प्रमुख ने अपने पार्टी नेताओं को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि BJP के नेताओं से डरने की कोई जरूरत नहीं है, बल्कि लोगों के बीच जाकर BJP की जनविरोधी नीतियों को उजागर करें।
ऐसा लगता है कि इस संदेश का असर AAP के नेताओं पर भी पड़ा है। इस स्थिति में यह जानना जरूरी है कि AAP की वे कौन सी 5 रणनीतियाँ हैं जिनके आधार पर अरविंद केजरीवाल न केवल चौथी बार सत्ता में लौटने का दावा कर रहे हैं, बल्कि BJP को विधानसभा चुनावों में एक बड़ी चुनौती देने की बात भी कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल की पांच प्रमुख रणनीतियाँ
- मतदाता सूची से नाम हटाना BJP की साजिश
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के पूर्वांचल के मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप BJP पर लगाया। उनका कहना है कि BJP इस तरीके से AAP को चुनाव में हराना चाहती है। AAP का दावा है कि BJP ने शाहदरा विधानसभा क्षेत्र से 11 हजार से अधिक मतदाताओं के नाम मृत या स्थानांतरित घोषित कर हटा दिए। जबकि जांच में यह पाया गया कि 75 प्रतिशत लोग अपने पते पर मौजूद थे।
- अगर विभाजित होंगे, तो कट जाएंगे
दरअसल, आम आदमी पार्टी ने BJP की सबसे प्रभावी चुनावी रणनीति “If divided, they will be cut” को विधानसभा चुनावों में हमला करने का निर्णय लिया है। यह राजनीतिक नारा BJP को हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस और अन्य पार्टियों को हराने में काफी मददगार साबित हुआ है। अब इस नारे को नकारने के लिए, अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को यह संदेश दिया है, “अगर दिल्लीवाले एकजुट नहीं होंगे तो मुफ्त बिजली, शानदार सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा बंद हो जाएगी। क्योंकि BJP इन योजनाओं से नफरत करती है।”
- दिल्ली में कानून-व्यवस्था कब सुधरेगी?
आम आदमी पार्टी पहले ही इस मुद्दे पर BJP को घेर चुकी है, लेकिन उत्तर पश्चिमी दिल्ली के विधायक नरेश बल्यान की गिरफ्तारी के बाद, अरविंद केजरीवाल ने सीधे गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया। अब वे हर सभा और बैठक में अमित शाह से सवाल पूछते हैं, “दिल्ली में अपराधों की श्रृंखला कब रुकेगी? क्या आप इसका जवाब देंगे?” इस संदर्भ में, AAP प्रमुख दिल्ली में हाल ही में हुए आपराधिक घटनाओं का हवाला भी देते हैं।
- महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर जोर
दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले, AAP नेता एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर जोर दे रहे हैं। AAP नेताओं का आरोप है कि BJP ने दिल्ली की बसों से 10 हजार मार्शल हटा कर महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि चौथी बार सरकार बनने पर, AAP सरकार न केवल बस मार्शल को बहाल करेगी, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ₹1000 मासिक भत्ता भी देगी।
- मुफ्त रेवड़ी
2015 और 2020 के चुनावों से BJP AAP सरकार की मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा को “चुनावी रेवड़ी” कहती आई है। इसके साथ ही BJP ने AAP सरकार पर आरोप लगाया कि विकास कार्यों के बदले दिल्ली सरकार लोगों से कर के रूप में पैसे लूट रही है। इस पर जवाब देते हुए, अरविंद केजरीवाल ने एक अलग ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत AAP नेता लोगों से पूछ रहे हैं, “क्या मुफ्त बिजली, पानी, महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा और मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं देना गलत है? अगर यह गलत नहीं है, तो आपको BJP को वोट न देकर उन्हें सबक सिखाना चाहिए।”
अरविंद केजरीवाल की यह पांच रणनीतियाँ न केवल दिल्लीवासियों को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रेरित कर रही हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि AAP ने BJP के खिलाफ अपनी कड़ी चुनौती को मजबूती से खड़ा किया है। यह चुनावी मुकाबला अब और भी दिलचस्प होने वाला है।