Cyclone Fengal: चक्रवात ‘फेंगल’ आज देगा दस्तक, लैंडस्लाइड का खतरा, स्कूल-कॉलेज बंद
बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात ‘फेंगल’ के आज पुडुचेरी के पास पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इस चक्रवात के दौरान हवा की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। शनिवार को दोपहर बाद चक्रवात के दस्तक देने की संभावना है। इससे पहले, मौसम विभाग ने यह भी चेतावनी दी है कि इसके कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश की आशंका
भारतीय मौसम विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि चक्रवात ‘फेंगल’ के प्रभाव से तमिलनाडु के उत्तरी हिस्सों, पुडुचेरी और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। विशेषकर पहाड़ी और सुदूर इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है, जो लैंडस्लाइड का कारण बन सकती है। इस मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के कारण नदियों में बाढ़ और मिट्टी धंसने की घटनाएं हो सकती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।
सरकार की अपील और स्कूल-कॉलेज बंद
चक्रवात ‘फेंगल’ के आने से पहले तमिलनाडु सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे शनिवार को घर के अंदर रहें। सरकार ने इसके साथ ही राज्य के सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद रखने का निर्देश दिया है। स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है, ताकि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि आईटी कंपनियों के कर्मचारी घर से काम करें, ताकि सड़क पर वाहनों का दबाव कम हो और लोगों की आवाजाही में कोई रुकावट न आए।
पुडुचेरी में चक्रवात के असर का पूर्वानुमान
चक्रवात ‘फेंगल’ का असर सबसे पहले पुडुचेरी के तटीय इलाकों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, यह चक्रवात पुडुचेरी और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में शनिवार की दोपहर के आस-पास पहुंचेगा। इस दौरान हवा की गति 70-80 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है, जो उच्चतम बिंदु पर 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने का अनुमान है। यह चक्रवात एक चक्रवाती तूफान के रूप में तब्दील हो सकता है, जिसमें तेज हवाएं और भारी बारिश हो सकती है।
तटीय इलाकों में परिवर्तनशील मौसम की स्थिति
चक्रवात के कारण कई तटीय क्षेत्रों में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। उच्च ज्वार और बारिश की घटनाएं बढ़ी हैं, जिसके कारण समुद्र का पानी तटीय इलाकों में फैल सकता है। इसके अलावा, समुद्र के पानी का स्तर बढ़ने के कारण तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा भी पैदा हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है और लोगों से समुद्र के पास जाने से बचने की अपील की है।
आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी
चक्रवात ‘फेंगल’ के प्रभाव से केवल तमिलनाडु और पुडुचेरी नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके भी प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग ने उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी में कहा गया है कि इन क्षेत्रों में 70-80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, समुद्र में उठते तूफान की वजह से मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
सुरक्षा उपाय और प्रशासन की तैयारियां
चक्रवात के असर को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। तमिलनाडु सरकार ने चक्रवात की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पूरी तैयारियां की हैं। पुडुचेरी में भी प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैनात कर दिया है। निचले इलाकों में बाढ़ और मलबे के ढेर से बचने के लिए प्रशासन ने पहले से ही जरूरी कदम उठाए हैं। साथ ही, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन ठप
चक्रवात के कारण प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन ठप हो सकता है। स्कूल, कॉलेज और बाजार बंद रहेंगे, वहीं सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में भी रुकावट आ सकती है। शनिवार को दोपहर बाद, पूर्वी तटीय सड़क और पुराने महाबलीपुरम रोड पर सार्वजनिक परिवहन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। इससे आम लोगों की आवाजाही में समस्या आ सकती है। इस दौरान प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक कार्यों के लिए भी घर से बाहर न निकलें और किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा के सभी उपायों का पालन करें।
आगे की स्थिति और भविष्यवाणियां
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘फेंगल’ वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में स्थित है और उत्तर-उत्तरपश्चिम की दिशा में 7 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह चक्रवात अगले कुछ घंटों में अपनी दिशा बदल सकता है और उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी के तटीय इलाके से टकरा सकता है। इसके बाद, यह तूफान और कमजोर पड़ सकता है, लेकिन फिर भी भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कई क्षेत्रों में संकट बना रह सकता है।
चक्रवात ‘फेंगल’ से पुडुचेरी, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही की संभावना है। प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। इसके साथ ही, मौसम विभाग ने चेतावनियां जारी की हैं और राहत कार्यों को तेज कर दिया है। चक्रवात के खतरे को लेकर जनसाधारण को जागरूक किया जा रहा है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि नुकसान को कम से कम किया जा सके।