मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस का विरोध: बेरोजगारी और शराब घोटाले के मुद्दे पर प्रदर्शन
मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार के 1 साल के पूरे होने के बाद विपक्ष ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान, विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने बेरोजगारी के मुद्दे को उठाने के लिए एक चाय की केतली के साथ विधानसभा पहुंचे। इसके अलावा, कांग्रेस विधायक महेश परमार ने शराब घोटाले को लेकर सरकार पर आरोप लगाते हुए शराब की खाली बोतलों की माला पहन कर विरोध जताया।
विरोध का तरीका और उद्देश्य
कांग्रेस ने सरकार की जनकल्याण योजनाओं का विरोध करते हुए यह प्रदर्शन किया। विधानसभा में उमंग सिंघार ने कहा, “सरकार को युवाओं को रोजगार देना चाहिए। जब युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा, तो उनके पास चाय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।” इस तरीके से उन्होंने सरकार के बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया।
शराब घोटाले पर कांग्रेस का हमला
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने शराब घोटाले को लेकर सरकार पर कड़ा आरोप लगाया। उन्होंने खाली शराब की बोतलों की माला पहन कर यह संदेश दिया कि मध्य प्रदेश में शराब घोटाला हजारों करोड़ का है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शराब घोटाले पर सख्त कार्रवाई का संदेश दिया था, लेकिन इस घोटाले की अनदेखी की जा रही है।” महेश परमार ने केंद्र सरकार से इस मामले पर ध्यान देने का आग्रह किया।
BJP का पलटवार: कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं
BJP विधायक जितेंद्र पांडे ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर तीखा पलटवार करते हुए कहा, “कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसे तमाशे कर रही है। कांग्रेस नेताओं के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, बस वे ड्रामा कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “मध्य प्रदेश की डॉक्टर मोहन यादव सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है। सरकार प्रदेश के विकास को गति दे रही है और यहां नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं। कांग्रेस के पास अब विरोध करने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है।”
कांग्रेस का आरोप: रोजगार की स्थिति खराब
कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बेरोजगारी का मुद्दा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है और इसकी बजाय केवल दिखावे के लिए योजनाएं चला रही है। उमंग सिंघार ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने रोजगार के अवसरों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, और न ही बेरोजगारी को कम करने के लिए कोई स्पष्ट नीति बनाई है।
कांग्रेस और BJP के बीच जारी विवाद
कांग्रेस और BJP के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला लगातार जारी है। कांग्रेस जहां प्रदेश सरकार पर रोजगार, शिक्षा, और शराब घोटाले को लेकर हमला कर रही है, वहीं BJP का कहना है कि राज्य सरकार ने कई योजनाओं के माध्यम से विकास के कार्य किए हैं और प्रदेश में रोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं। BJP का यह भी कहना है कि कांग्रेस के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है, जिससे वह लोगों के बीच अपनी जगह बना सके।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन सरकार के खिलाफ एक बड़ा राजनीतिक संदेश दे रहा है। कांग्रेस ने बेरोजगारी और शराब घोटाले के मुद्दों को उठाकर सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया है, जबकि BJP सरकार का दावा है कि प्रदेश में विकास हो रहा है और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। अब यह देखना होगा कि इस विरोध का राजनीतिक असर क्या होता है और क्या सरकार इन मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करती है।