उत्तर प्रदेश

Maha Kumbh में भगदड़ के बाद CM Yogi का दौरा, सुरक्षा और जांच के इंतजाम

Maha Kumbh मेला, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, दुनिया भर के हिंदू श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत धार्मिक अवसर होता है। इस साल महाकुंभ में जब लोग पवित्र स्नान के लिए आ रहे थे, तब एक भयावह भगदड़ ने कई जिंदगियों को छीन लिया। 29 जनवरी को, यानी मौनी अमावस्या के दिन, महाकुंभ क्षेत्र में एक भयंकर भगदड़ हुई, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई और 90 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना देशभर में तहलका मचाने वाली थी। इस घातक हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के आयोजन की सुरक्षा को लेकर कई अहम कदम उठाने का निर्णय लिया।

भगदड़ की घटनाएँ और उनकी भयावहता

मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे थे। इस दिन की महत्ता और पवित्रता के कारण बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज पहुंचे थे। भगदड़ की घटना मेला क्षेत्र में उस समय हुई जब भीड़ अत्यधिक बढ़ गई और लोग पानी में डुबकी लगाने के लिए एक साथ आगे बढ़े। इसकी वजह से कई लोग आपस में टकराए और गिर पड़े, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान 30 लोगों की मौत हो गई और 90 लोग घायल हुए। यह हादसा महाकुंभ के इतिहास में सबसे बड़े हादसों में से एक माना जा रहा है।

Maha Kumbh में भगदड़ के बाद CM Yogi का दौरा, सुरक्षा और जांच के इंतजाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा

भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ का दौरा करने की योजना बनाई। उनका यह दौरा सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करने, घायल लोगों से मुलाकात करने और घटना के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही यह अपील की थी कि श्रद्धालु जहां भी हैं, वहां के नजदीकी घाट पर स्नान करें ताकि अत्यधिक भीड़ से बचा जा सके और ऐसी घटनाएँ न हों।

अब, इस घटना के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को महाकुंभ क्षेत्र का दौरा करेंगे और वहां के सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेंगे। उनका यह दौरा महाकुंभ में सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों की समीक्षा करने के उद्देश्य से है।

सतुआ बाबा आश्रम और भारत सेवा श्रम कैंप का दौरा

सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे के दौरान, वह प्रयागराज के सेक्टर 21 में स्थित सतुआ बाबा आश्रम और सेक्टर 5 में स्थित भारत सेवा श्रम कैंप का भी दौरा करेंगे। यहां वह साधु-संतों से मिलकर उनके विचार जानेंगे और उनके मुद्दों पर चर्चा करेंगे। साथ ही, वह मेलार्थियों से मिलने और उनके साथ संवाद करने के लिए भी समय निकालेंगे। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि वह मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का जायजा लेने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।

विदेशों से आए प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात

सीएम योगी आदित्यनाथ का यह दौरा न केवल राज्य के अंदर बल्कि विदेशों से आए प्रतिनिधियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दौरान मुख्यमंत्री, महाकुंभ में आने वाले विभिन्न देशों के राजदूतों और उनके परिवारों से भी मुलाकात करेंगे। इस मौके पर 118 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी महाकुंभ में शिरकत करने के लिए प्रयागराज पहुंचा है, जिसमें 77 देशों के प्रमुख और उनके दूतावास के कर्मचारी शामिल हैं। इस प्रतिनिधिमंडल का दौरा महाकुंभ की महत्वता और उसकी विश्वव्यापी पहचान को और मजबूत करता है। सीएम योगी आदित्यनाथ इन प्रतिनिधियों से मिलकर भारतीय संस्कृति और महाकुंभ के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को साझा करेंगे।

सुरक्षा व्यवस्थाओं का कड़ा प्रबंध

भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्थाओं को और भी कड़ा कर दिया है। मेला क्षेत्र में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है और ड्रोन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। साथ ही, श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नए नियम और मार्गदर्शन जारी किए गए हैं। यह कदम इस लिए उठाए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की कोई अप्रिय घटना न घटे।

राज्य सरकार द्वारा मुआवजा और जांच समिति का गठन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के शिकार हुए परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय टीम भी गठित की है, जो इस हादसे के कारणों का पता लगाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। इस जांच समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति हर्ष कुमार हैं, जबकि अन्य सदस्य पूर्व आईएएस अधिकारी डीके सिंह और पूर्व आईपीएस अधिकारी वीके गुप्ता हैं। यह समिति एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी।

भविष्य में सुरक्षित आयोजनों की दिशा में कदम

महाकुंभ जैसी विशाल धार्मिक और सांस्कृतिक घटना में सुरक्षा का मुद्दा सबसे अहम होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के बाद यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में अधिक संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी और सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा। इसके अलावा, श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाएँ भविष्य में न घटें।

महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का एक प्रतीक है। यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं को एक साथ जोड़ता है, और इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। भगदड़ जैसी घटना से हम यह सीख सकते हैं कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा प्रबंधन और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दौरा इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो महाकुंभ के आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों को सुनिश्चित करेगा।

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