CM Yogi का असदुद्दीन ओवैसी पर पलटवार: कहा – मुस्लिम नहीं, उनकी वोट बैंक राजनीति खतरे में

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर पलटवार किया है। ओवैसी ने हाल ही में कहा था कि “मुस्लिम खतरे में हैं”। इस पर सीएम योगी ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि मुस्लिम नहीं, बल्कि उनकी वोट बैंक राजनीति खतरे में है।
“मुस्लिम खतरे में नहीं, उनकी वोट बैंक राजनीति खतरे में” – योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मुस्लिम खतरे में नहीं हैं, बल्कि उनकी वोट बैंक की राजनीति खतरे में है। जिस दिन भारतीय मुसलमान अपने पूर्वजों को पहचान लेंगे, उस दिन उन्हें अपना बोरिया-बिस्तर समेटकर भागना पड़ेगा। भारतीय मुसलमानों को याद रखना चाहिए कि वे तभी सुरक्षित रहेंगे, जब हिंदू और हिंदू परंपराएं सुरक्षित रहेंगी।”
सीएम योगी ने आगे कहा, “1947 से पहले पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत का ही हिस्सा थे। क्या हम इस सच्चाई को भूल सकते हैं? पाकिस्तान में हमारी हिंगलाज माता का मंदिर है और बांग्लादेश में माता ढाकेश्वरी का मंदिर है।”
वक्फ संशोधन बिल पर सीएम योगी का बयान
वक्फ संशोधन बिल को लेकर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “भाजपा मस्जिदों पर कब्जा करके क्या करेगी? वक्फ के नाम पर कितनी जमीन कब्जा करोगे? ये लोग गुमराह कर रहे हैं। वक्फ के नाम पर कभी कोई कल्याणकारी काम नहीं हुआ। वक्फ की संपत्तियों को निजी फायदे के लिए बेचा गया।”
योगी ने सवाल किया, “आपको किसने ये अधिकार दिया कि आप किसी की भी जमीन पर कब्जा करेंगे? आप किसी सार्वजनिक भूमि पर कब्जा करेंगे? वक्फ संशोधन बिल समय की जरूरत है। यह देश और मुसलमानों, दोनों के हित में है।”
संभल में मस्जिदों पर तिरपाल लगाने पर सीएम योगी की दो टूक
संभल में मस्जिदों पर तिरपाल लगाए जाने के मामले पर भी मुख्यमंत्री ने स्पष्ट बयान दिया। उन्होंने कहा, “मुहर्रम के दौरान जुलूस निकाले जाते हैं। क्या उनका झंडा किसी हिंदू के घर या मंदिर के पास से नहीं गुजरता? क्या इससे कोई हिंदू घर अपवित्र हो जाता है? मुसलमान भी रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं, फिर रंग से परहेज क्यों? यह दोहरा मापदंड क्यों?”
सीएम योगी ने कहा, “हमारे राज्य में कानून का राज है। हर धर्म का सम्मान किया जाता है, लेकिन किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।”
ओवैसी का बयान और भाजपा का पलटवार
असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में बयान दिया था कि “भारत में मुसलमान खतरे में हैं।” इसके बाद भाजपा ने ओवैसी को घेरते हुए उनकी राजनीति को “डर का व्यापार” करार दिया था। सीएम योगी ने भी ओवैसी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी राजनीति पूरी तरह वोट बैंक पर टिकी है, जो अब खत्म हो रही है।
वक्फ बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप
योगी आदित्यनाथ ने वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ की संपत्तियों को निजी स्वार्थ में बेचा गया है। उन्होंने कहा, “वक्फ के नाम पर जमीनें कब्जाई गईं और उनका इस्तेमाल केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया गया। भाजपा सरकार वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे नहीं होने देगी।”
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और बयानबाजी तेज
योगी आदित्यनाथ और असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। भाजपा नेताओं ने योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया, वहीं विपक्षी दलों ने इसे मुसलमानों के खिलाफ बयान करार दिया। AIMIM ने भी योगी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
भाजपा की हिंदुत्व नीति और ओवैसी का विरोध
भाजपा हमेशा से अपनी हिंदुत्व नीति को लेकर मुखर रही है। वहीं, ओवैसी लगातार भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं। ओवैसी का दावा है कि भाजपा सरकार मुस्लिमों के खिलाफ नीतियां बना रही है, जबकि भाजपा इसे वोट बैंक की राजनीति करार दे रही है।
विपक्ष का आरोप – भाजपा ध्रुवीकरण कर रही है
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण करके आगामी चुनाव में लाभ लेना चाहती है।
समर्थकों का सीएम योगी को समर्थन
वहीं, भाजपा समर्थकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को साहसिक करार दिया। उन्होंने कहा कि योगी ने सच्चाई का सामना करने का साहस दिखाया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर पलटवार राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। योगी ने ओवैसी की “मुसलमान खतरे में हैं” वाली टिप्पणी को उनकी “वोट बैंक राजनीति” का हिस्सा करार दिया। इसके अलावा, वक्फ संशोधन बिल को लेकर भी सीएम योगी ने अपनी बात स्पष्ट रूप से रखी।
यह बयान आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे भाजपा के हिंदुत्व एजेंडे को और मजबूती मिल सकती है। दूसरी ओर, ओवैसी जैसे नेता इसे मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाने का आरोप लगा रहे हैं।