CM Yogi Adityanath ने वार रूम में की अमृत स्नान की तैयारियों की निगरानी, बकायदा सुरक्षा इंतजामों पर दीं सख्त निर्देश
उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान के लिए की गई तैयारियों की निगरानी हेतु अपने आधिकारिक निवास पर वार रूम में सुबह 3:30 बजे से लगातार बैठक की। इस बैठक में उन्होंने पुलिस महानिदेशक (DGP), गृह विभाग के प्रमुख सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से लगातार अपडेट प्राप्त किए और आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश: कोई भी असुविधा न हो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों से सख्त निर्देश दिए कि अमृत स्नान के दौरान किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो और सभी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने विशेष रूप से सुरक्षा इंतजामों और यातायात व्यवस्था पर जोर दिया, ताकि लाखों श्रद्धालु संगम में बिना किसी परेशानी के स्नान कर सकें और उनका अनुभव सुगम हो।
सीएम ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि त्रिवेणी संगम में स्नान स्थल पर पूरी सुरक्षा व्यवस्था हो और श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए जाएं। उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आराम और सुविधा के लिए प्रशासन की तत्परता को और बढ़ाने का निर्देश दिया।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाओं पर ध्यान
मुख्यमंत्री ने इस पवित्र महापर्व पर विशेष ध्यान दिया और सुरक्षा के संदर्भ में अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी अप्रिय घटना न घटे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने यातायात व्यवस्था की भी निगरानी की, ताकि संगम में स्नान करने आए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। प्रशासन द्वारा सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्थाओं को लेकर किए गए इंतजामों के कारण, श्रद्धालु बिना किसी विघ्न के स्नान कर पाए।
मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संगम में स्नान करने आए श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाओं का आदेश दिया, जिससे उन्हें हर पहलू में सहूलियत हो और इस श्रद्धा के महापर्व का अनुभव सहज हो।
त्रिवेणी संगम में भक्तों की उमड़ी भीड़
वसंत पंचमी के मौके पर त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान के लिए विश्वास के साथ लाखों श्रद्धालु पहुंचे। विशेष रूप से तीसरे अमृत स्नान के दिन, महाकुंभ में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या संगम में स्नान के लिए उमड़ी। श्रद्धालु रात से ही संगम के तट पर जुटने लगे थे, और उनके साथ महात्मा, महामंडलेश्वर और देश-विदेश से आए भक्त भी थे। यहां के वातावरण में ‘हर हर गंगे’, ‘बम बम भोले’, और ‘जय श्रीराम’ के जयकारे गूंज रहे थे।
सुरक्षा में खड़ी थी कड़ी व्यवस्था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी की गई थी कि किसी भी तरह का कोई व्यवधान नहीं हुआ। DIG और SSP ने खुद मौके पर आकर सुरक्षा और व्यवस्थाओं की निगरानी की। सुरक्षा इंतजामों में इतनी सख्ती थी कि यहां तक कि एक भी पक्षी को भी उडान भरने की इजाजत नहीं थी।
सभी व्यवस्थाएं इतनी चौकस थीं कि संगम क्षेत्र में स्नान करने आए भक्तों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था के अलावा यातायात संचालन की व्यवस्था को भी अच्छे से सुनिश्चित किया, जिससे यातायात में कोई भी रुकावट नहीं आई।
अमृत स्नान के बाद सेवा कार्यों में जुटे श्रद्धालु
अमृत स्नान के बाद श्रद्धालु एक तरफ धार्मिक कार्यों में संलग्न रहे, वहीं दूसरी तरफ पुण्य के कार्यों में भी लगे रहे। श्रद्धालु अपने साथ लाए हुए कपड़े, पूजा सामग्री आदि दान कर रहे थे, जिससे यह पर्व और भी पवित्र बन गया। यह दर्शाता है कि महाकुंभ का उद्देश्य न केवल श्रद्धा की अभिव्यक्ति है, बल्कि समाज सेवा और एकता का प्रतीक भी है।
मुख्यमंत्री ने जारी किया संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आयोजन के सफल संचालन के बाद एक संदेश जारी करते हुए कहा, “हमारे इस महान और ऐतिहासिक कुंभ मेला का उद्देश्य न केवल धार्मिक आस्था का प्रसार करना है, बल्कि समाज के हर वर्ग को जोड़कर एकता और भाईचारे की भावना को सशक्त बनाना भी है। हमे यह सुनिश्चित करना है कि हमारे सभी श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के इस महापर्व का अनुभव कर सकें।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को धन्यवाद दिया और इस आयोजन की सफलता को सुनिश्चित करने के लिए उनके समर्पण और कड़ी मेहनत की सराहना की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रिय निगरानी में आयोजित यह अमृत स्नान न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय धार्मिक अनुभव साबित हुआ, बल्कि यह सुरक्षा, व्यवस्था और सामूहिक जागरूकता का बेहतरीन उदाहरण भी बना। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों और प्रशासन के कड़े प्रयासों के कारण वसंत पंचमी पर हुआ यह महापर्व पूरी तरह से सफल रहा और हर श्रद्धालु को बिना किसी कठिनाई के अपनी श्रद्धा अर्पित करने का अवसर मिला।