Chhindwara Accident: बंजारी माता मंदिर के सामने अनियंत्रित ट्रक ने भक्तों को रौंदा, एक की मौत

Chhindwara Accident: छिंदवाड़ा जिले के सौंसर तहसील में बंजारी माता मंदिर के सामने एक दुखद सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई, जबकि चार अन्य लोग घायल हो गए। यह दुर्घटना उस समय हुई जब एक ट्रक का ब्रेक फेल हो गया, जिससे वह नियंत्रण खो बैठा और भक्तों पर चढ़ गया।
घटना का विवरण
गुरुवार सुबह लगभग 8:30 बजे, छिंदवाड़ा से सौंसर की ओर आ रहा ट्रक (नंबर HR- 58 B-2077) बंजारी माता मंदिर के सामने एक ढलान पर अचानक अनियंत्रित हो गया। इस दौरान ट्रक ने पार्किंग में खड़ी पांच बाइकों और एक कार को टक्कर मारी। इसी समय, अमला सौंसर के निवासी प्रशांत, जो कि मंदिर के सामने दान रसीद काट रहे थे, ट्रक की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना में प्रशांत की मौके पर ही मौत हो गई।
घायल लोगों का इलाज
इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों में गजानन (70) जो कि राजेंद्र मचलकर के बेटे हैं और मोहगांव के निवासी राहुल (27) शामिल हैं। दोनों को सौंसर सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं, खिटमा के निवासी राजू (39) और तीन वर्षीय अनशिका को गंभीर चोटों के कारण छिंदवाड़ा रेफर किया गया है।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
दुर्घटना की सूचना मिलने पर सौंसर के एसडीएम सिद्धार्थ पटेल, एसडीओपी डीवीएस नगर, तहसीलदार और पुलिस थाने के प्रभारी एबी मर्सकोले के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस थाने के प्रभारी एबी मर्सकोले ने बताया कि मामला दर्ज किया गया है और ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना के बाद का मंजर
इस घटना के बाद बंजारी माता मंदिर के भक्तों और स्थानीय निवासियों में शोक की लहर दौड़ गई। भक्तगण इस घटना को लेकर बेहद दुखी हैं और मृतक के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर के पास लगातार ट्रैफिक बढ़ता जा रहा है और इस तरह की घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
ट्रैफिक सुरक्षा के उपाय
इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों को ट्रैफिक सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क पर सुरक्षा संकेतक, गति सीमा, और अन्य यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए। इसके अलावा, ब्रेकडाउन और खराब ट्रकों की जांच के लिए नियमित उपाय किए जाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं न हों।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ
दुर्घटना के बाद, स्थानीय निवासियों ने अपने गुस्से और चिंता को व्यक्त किया है। उन्होंने मांग की है कि अधिकारियों को सड़क की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। कई लोगों ने कहा कि मंदिर के पास की सड़कें अक्सर ट्रैफिक से भरी रहती हैं और ऐसे में कोई भी अनियंत्रित वाहन बड़ी क्षति पहुंचा सकता है।
इस घटना के बाद, मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का निर्णय लिया है। मंदिर के पास की सड़क पर अवरोधक लगाने और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की योजना बनाई जा रही है।
प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह सड़क की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रूप से काम करे। दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सख्त कानूनों का पालन कराना आवश्यक है। इसके लिए सभी संबंधित विभागों को एक साथ मिलकर काम करना होगा।