छत्तीसगढ़ी एक्ट्रेस ज्योत्सना की बहादुरी, लूट की कोशिश पर किया विरोध और किया वीडियो पोस्ट

मध्य प्रदेश के कटनी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां छत्तीसगढ़ की फिल्म एक्ट्रेस ज्योत्सना ताम्रकार के साथ चलती ट्रेन में लूटपाट की कोशिश हुई। ये घटना 19 जून की रात की है जब ज्योत्सना रीवा से बिलासपुर जा रही थीं। वो ट्रेन नंबर 18248 रीवा-बिलासपुर एक्सप्रेस में सफर कर रही थीं। कटनी स्टेशन से निकलने के कुछ किलोमीटर बाद ट्रेन आउटर पर रुकी थी। उसी दौरान एक बदमाश ने खिड़की से उनका पर्स और मोबाइल छीनने की कोशिश की और जब वो नाकाम रहा तो जोरदार मुक्का मार दिया। इस हमले में उन्हें आंख के नीचे चोट आई।
ज्योत्सना ताम्रकार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर पूरा मामला बताया। उन्होंने कहा कि सिर्फ उनके ही नहीं बल्कि कोच S1 से लेकर S5 तक कई यात्रियों के साथ चोरी और लूटपाट की घटना हुई है। ट्रेन जैसे ही आउटर पर खड़ी हुई, बदमाशों ने एक के बाद एक डिब्बों में खिड़की के रास्ते हाथ डालकर यात्रियों के मोबाइल और पर्स लूटने शुरू कर दिए। जब ट्रेन बिलासपुर पहुंची तो ज्योत्सना ने स्टेशन पर एक घंटे तक मदद का इंतजार किया लेकिन न तो RPF आई और न ही GRP। इससे यात्रियों में भय और नाराजगी फैल गई।
रेलवे हेल्पलाइन पर की शिकायत लेकिन नहीं मिला जवाब
ज्योत्सना ने बताया कि उन्होंने तुरंत 139 रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और घटना की जानकारी दी। उन्होंने ये भी बताया कि इस ट्रेन में कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था जिससे बदमाशों को आसानी से वारदात करने का मौका मिल गया। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के बावजूद किसी अधिकारी ने न तो संपर्क किया और न ही कोई कार्रवाई की। उन्होंने सरकार और रेलवे प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस तरह की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई हो और ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
GRP ने कहा- सोशल मीडिया से मिली जानकारी, करेंगे जांच
इस पूरे मामले पर GRP कटनी स्टेशन प्रभारी एलपी कश्यप ने बयान दिया कि उन्हें इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिली है। उन्होंने कहा कि पहले वे पूरे मामले की जानकारी लेंगे और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं बिलासपुर GRP प्रभारी डीएन श्रीवास्तव ने बताया कि एक्ट्रेस ने कहा कि वो रायपुर पहुंच गई हैं और वहीं एफआईआर दर्ज कराएंगी। यह घटना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासतौर पर तब जब एक महिला यात्री और अन्य लोगों के साथ इस तरह की वारदात हो और कोई समय पर मदद न पहुंचे।