Chhattisgarh: बिलासपुर में अंतरराज्यीय देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़, मकान से आठ लड़कियां गिरफ्तार

Chhattisgarh के बिलासपुर जिले में अंतरराज्यीय देह व्यापार रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने सरकंडा थाना क्षेत्र के मोपका इलाके में छापेमारी के दौरान एक मकान से आठ लड़कियों और एक युवक को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब हुई जब पुलिस को लगातार मोपका क्षेत्र में अवैध देह व्यापार की सूचनाएं मिल रही थीं। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया है।
सूचना मिलने पर की गई छापेमारी
पुलिस को काफी समय से सरकंडा थाना क्षेत्र के मोपका इलाके में अवैध देह व्यापार के संचालन की जानकारी मिल रही थी। इस मामले में पुलिस लगातार अपने मुखबिरों के जरिए जांच कर रही थी। इसी बीच 8 अक्टूबर को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि मोपका के एक घर में 7-8 लड़कियां रह रही हैं, जो विभिन्न राज्यों से आई हैं और देह व्यापार में लिप्त हैं। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सरकंडा सीएसपी सिद्धार्थ बघेल ने एक टीम गठित की और मुखबिर द्वारा बताए गए पते पर छापेमारी की योजना बनाई।
संदिग्ध हालात में पकड़े गए युवक और लड़कियां
छापेमारी के दौरान पुलिस को मकान में एक युवक और आठ लड़कियां संदिग्ध हालत में मिलीं। जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने पहले टाल-मटोल करने की कोशिश की। लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने यह स्वीकार किया कि वे सभी देह व्यापार के लिए अलग-अलग राज्यों से आई थीं। गिरफ्तार की गई लड़कियों में से 2 उत्तर प्रदेश, 1 पश्चिम बंगाल, 1 मध्य प्रदेश और 4 छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं।
अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
इस छापेमारी के बाद यह साफ हो गया कि यह देह व्यापार रैकेट अंतरराज्यीय स्तर पर संचालित हो रहा था। विभिन्न राज्यों से लड़कियों को बुलाकर बिलासपुर में देह व्यापार में लगाया गया था। पुलिस का मानना है कि इस रैकेट के पीछे एक बड़ा गिरोह हो सकता है, जो कई राज्यों में सक्रिय हो। फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
सरकंडा पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर दिया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट का मुख्य सरगना कौन है और किस तरह से इस अवैध धंधे का संचालन किया जा रहा था। इसके साथ ही पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस रैकेट से जुड़े और भी लोग हैं, जो अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। गिरफ्तार किए गए युवक और लड़कियों से पूछताछ के बाद पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिसके आधार पर पुलिस आगे की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
देह व्यापार: समाज के लिए एक गंभीर चुनौती
देह व्यापार एक गंभीर सामाजिक बुराई है, जो न केवल कानून का उल्लंघन करता है, बल्कि समाज के नैतिक ताने-बाने को भी कमजोर करता है। बिलासपुर में पकड़ा गया यह रैकेट इस बात की ओर इशारा करता है कि देह व्यापार के मामले अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों में भी यह अवैध धंधा तेजी से फैल रहा है।
अंतरराज्यीय गिरोह की बढ़ती गतिविधियां
पुलिस की जांच से यह स्पष्ट हो चुका है कि यह रैकेट अंतरराज्यीय स्तर पर संचालित हो रहा था। इससे यह सवाल उठता है कि ऐसे गिरोह किस तरह से विभिन्न राज्यों से लड़कियों को फंसाकर या मजबूर करके इस अवैध धंधे में धकेलते हैं। यह घटना इस बात की भी पुष्टि करती है कि इस प्रकार के गिरोह न केवल महिलाओं का शोषण करते हैं, बल्कि उन्हें अपने जाल में फंसाकर उनकी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं।
पुलिस की जिम्मेदारी और समाज की भूमिका
इस प्रकार के अपराधों से निपटने के लिए पुलिस की जिम्मेदारी बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। पुलिस को न केवल इन मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि इस तरह के गिरोहों का पूरी तरह से सफाया करने के लिए गहराई से जांच करनी चाहिए। वहीं, समाज की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे अपराधों के प्रति जागरूक हो और इनसे निपटने में पुलिस का सहयोग करे।
समाज में देह व्यापार जैसी कुरीतियों को रोकने के लिए केवल कानून ही नहीं, बल्कि सामूहिक जागरूकता की भी आवश्यकता है। जब तक समाज इन अपराधों के प्रति जागरूक नहीं होगा और ऐसी घटनाओं की जानकारी पुलिस को नहीं देगा, तब तक इन अपराधों का खात्मा संभव नहीं हो सकेगा।