छत्तीसगढ़: ईडी ने कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी के आवास पर मारा छापा, दो करीबी सहयोगियों से भी पूछताछ

छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बेटे हरीश कवासी के आवास और उनके दो करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार (28 दिसंबर) सुबह छापा मारा। हरीश कवासी सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष हैं। ईडी की यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल का कारण बन रही है।
तीन जगहों पर ईडी की रेड
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने हरीश कवासी के तीन ठिकानों पर छापेमारी की है। इनमें मंत्री कवासी लखमा का पुश्तैनी आवास (नगरास), सुकमा स्थित हरीश कवासी का सरकारी बंगला और राजधानी रायपुर में कवासी लखमा का निजी बंगला शामिल हैं। इन तीनों जगहों पर ईडी की टीम ने एक साथ छापेमारी की और जांच शुरू की।
सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष और ठेकेदार के घर पर भी छापा
ईडी की टीम ने हरीश कवासी के करीबी माने जाने वाले सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी छापा मारा। इसके साथ ही, सुकमा के ठेकेदार रामशरण सिंह भदौरिया के घर पर भी ईडी की कार्रवाई जारी है। दोनों कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ ठेकेदार से पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम इन घरों से दस्तावेजों की जांच और जब्ती कर रही है।
चार स्थानों पर छापेमारी में भारी सुरक्षा बल तैनात
इन चार स्थानों पर छापेमारी के दौरान ईडी की टीम के साथ बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान भी तैनात किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के तहत मीडिया को इस कार्रवाई से पूरी तरह दूर रखा गया है।
तीन स्थानों पर एक साथ छापेमारी
शनिवार सुबह, ईडी की टीम ने सुकमा में हरीश कवासी के सरकारी बंगले, सुकमा में नगरास स्थित कवासी लखमा के पुश्तैनी आवास और राजधानी रायपुर के धर्मपुरा कॉलोनी स्थित घर पर एक साथ छापा मारा। इन स्थानों पर भारी सुरक्षा के बीच जांच की जा रही है।
कांग्रेस नेताओं से पूछताछ जारी
हरीश कवासी के साथ-साथ कांग्रेस नेता राजू साहू और ठेकेदार रामशरण सिंह भदौरिया के घरों पर भी ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। इन तीनों से लगातार पूछताछ की जा रही है। हालांकि, इस मामले में अब तक कवासी लखमा या उनके परिवार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है।
मीडिया को कार्रवाई से दूर रखा गया
ईडी की इस बड़ी कार्रवाई को मीडिया से पूरी तरह अलग रखा गया है। अब तक कोई आधिकारिक जानकारी या बयान ईडी या कवासी लखमा की ओर से नहीं दिया गया है।
कवासी लखमा का बयान अभी बाकी
पूर्व मंत्री कवासी लखमा की ओर से इस छापेमारी को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ईडी की कार्रवाई फिलहाल जारी है, और इस मामले में आगे के खुलासों का इंतजार किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल
ईडी की इस कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा दी है। राज्य में कांग्रेस सरकार के नेताओं पर इस तरह की कार्रवाई पहले भी होती रही है, लेकिन हरीश कवासी और उनके करीबी सहयोगियों पर ईडी की कार्रवाई ने राजनीतिक गलियारों में नई चर्चाओं को जन्म दिया है।
ईडी की कार्रवाई पर जनता की प्रतिक्रिया
इस मामले को लेकर जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों के बीच मिलेजुले प्रतिक्रियाएं हैं। जहां कुछ लोग इसे ईडी की स्वतंत्र जांच बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे राजनीतिक दबाव के तहत की गई कार्रवाई मान रहे हैं।
हरीश कवासी और उनके करीबी सहयोगियों पर ईडी की कार्रवाई छत्तीसगढ़ की राजनीति और प्रशासनिक हलचल में नई कड़ी जोड़ रही है। इस मामले में आगे क्या खुलासे होंगे और इसका राज्य की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना बाकी है। फिलहाल, सभी की निगाहें इस छापेमारी और इससे जुड़े परिणामों पर टिकी हुई हैं।