Chhatarpur: पूर्व सरपंच की हत्या, दो आरोपियों ने तीन गोलियां चलाईं, जानें घटना का कारण
Chhatarpur: छतरपुर जिले के जूझारनगर क्षेत्र में पूर्व सरपंच ब्रिजगोपाल राजपूत की गोली मारकर हत्या का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, रात के समय दो अज्ञात व्यक्तियों ने पूर्व सरपंच को तीन गोलियां मारीं, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
हत्या की पृष्ठभूमि
इस घटना का संबंध लंबे समय से चल रही प्रतिद्वंद्विता से है, जो कि तालाब में मछली डालने को लेकर थी। जानकारी मिली है कि 45 वर्षीय ब्रिजगोपाल राजपूत को उनके भाई द्वारा गोली मारे जाने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मृतक के भाई का आरोप है कि दोनों आरोपियों ने अलग-अलग पिस्टलों से तीन गोलियां चलाईं, जिसके परिणामस्वरूप उनकी मौत हुई।
आरोपी और उनकी गिरफ्तारी
मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि आरोपियों में से एक ने पहले से ही एक योजना बनाकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है। घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने इलाके में स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से जानकारी एकत्रित की।
एक अन्य हत्याकांड की जानकारी
इस बीच, छतरपुर जिले के अलिपुरा पुलिस थाना क्षेत्र के गांव बरगांव में 20 अक्टूबर को एक सिरकटी लाश मिली थी। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में डिब्बू उर्फ देवेंद्र रायकेवार (35), पप्पू कोरी (45), और लक्ष्मी प्रसाद उर्फ खचोदी कुशवाहा (32) शामिल हैं। सभी तीनों ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपने अपराध को स्वीकार कर लिया।
घटनाओं की बढ़ती संख्या
छतरपुर में हाल की इन घटनाओं ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताओं को बढ़ा दिया है। स्थानीय लोग इस प्रकार की बढ़ती हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है।
इस प्रकार की घटनाएँ न केवल समाज में अशांति पैदा करती हैं, बल्कि स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाती हैं। लोगों को एकजुट होकर ऐसी समस्याओं के खिलाफ आवाज उठानी होगी और समाज में सद्भावना बनाए रखनी होगी। पुलिस प्रशासन को भी इन मामलों की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ऐसे अपराधियों को सजा दिलाई जा सके और समाज में सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित किया जा सके।