मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता निर्वा ने बढ़ाया परिवार, एक साथ पांच नन्हे शावकों का जन्म

मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क से एक बार फिर बड़ी खुशखबरी सामने आई है। यहां मादा चीता निर्वा ने पांच स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है। इसके साथ ही कुनो में अब चीता शावकों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस खबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा करते हुए खुशी जाहिर की है। मुख्यमंत्री ने लिखा कि कुनो में चीता परिवार का बढ़ना भारत में वन्यजीव संरक्षण की बड़ी सफलता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने संदेश में कहा कि देश में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जो अनुकूल वातावरण वन्यजीव संरक्षण के लिए तैयार हुआ है उसका अब अच्छा परिणाम देखने को मिल रहा है। उन्होंने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए कुनो नेशनल पार्क की टीम, वन्यजीव विशेषज्ञों और संरक्षण कार्यों में जुटे सभी कर्मियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नन्हे मेहमानों का आगमन भारत की समृद्ध जैव विविधता का प्रमाण है।
कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है…
अत्यंत प्रसन्नता है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है।
हाल ही में 5 वर्षीय नीरवा ने 5 शावकों को जन्म दिया है। इन नन्हे शावकों का आगमन चीता प्रोजेक्ट की सफलता और भारत की समृद्ध जैव-विविधता का प्रतीक है।
माननीय… pic.twitter.com/TRH33BrLJI
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) April 27, 2025
मादा चीता निर्वा का सफर
बताया गया है कि मादा चीता निर्वा को 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से भारत लाया गया था। पांच साल की निर्वा इस समय कुनो के बड़े बाड़े में रह रही थी। रविवार 27 अप्रैल को निर्वा ने पांच शावकों को जन्म देकर पार्क में खुशी का माहौल बना दिया। हालांकि इससे पहले पिछले साल निर्वा ने दो शावकों को जन्म दिया था लेकिन दुर्भाग्य से दोनों की मौत हो गई थी। इस बार वन विभाग पूरी सतर्कता के साथ शावकों की देखभाल कर रहा है।
शावकों की हो रही है खास निगरानी
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस समय निर्वा और उसके नवजात शावकों की लगातार निगरानी की जा रही है। विशेषज्ञों की टीम उनके स्वास्थ्य और गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है ताकि शावकों का सही विकास सुनिश्चित हो सके। कुनो नेशनल पार्क में चीतों का बढ़ता परिवार भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। वन्यजीव प्रेमियों के लिए यह खबर उम्मीद और गर्व से भरी है और भविष्य में और भी अच्छे परिणामों की उम्मीद की जा रही है।