भूपेश बघेल के बेटे से 9 घंटे पूछताछ, क्या 15 मार्च को ED ऑफिस जाएंगे चैतन्य बघेल?

कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में ED अधिकारियों ने भिलाई 3 में चैतन्य बघेल से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की। इसके बाद ऐसी खबरें सामने आईं कि वह 15 मार्च को रायपुर स्थित डीडी ऑफिस में पेश होंगे। उनके बेटे को कोई औपचारिक सम्मान नहीं मिला है।
इस बात पर ज़ोर दिया गया कि जब तक कोई आधिकारिक नोटिस जारी नहीं किया गया, तब तक उनके बेटे के सामने पेश होने का कोई कारण नहीं था। इस बयान से इस बात पर चिंता बढ़ गई है कि क्या डीडी की कार्रवाई कानूनी रूप से है या राजनीति से प्रेरित है।
भूपेश बघेल ने ED की कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया
प्रेस वार्ता में भूपेश बघेल ने ईडी की जमकर आलोचना की , कहाराजनीतिक नेताओं को बदनाम करना। उन्होंने कहा: “कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिला है, इसलिए ईडी के सामने पेश होने का सवाल ही नहीं उठता। जब हमें नोटिस मिलेगा, हम उसके अनुसार जवाब देंगे। ईडी का मुख्य काम मीडिया में सनसनी फैलाना लगता है । कुछ जगहों पर दिखाया गया कि नोट गिनने वाली मशीन ले जाई जा रही है, जो जानबूझकर लोगों को बदनाम करने की कोशिश है। यह उनकी शुरू से ही रणनीति रही है। मेरे खिलाफ सात साल तक केस चला, लेकिन जब मामला कोर्ट में पहुंचा, तो मुझे पूरी तरह से बरी कर दिया गया । केस बंद कर दिया गया। यह एक नेता की छवि खराब करने की भाजपा की साजिश के अलावा और कुछ नहीं है ।”
VIDEO | On ED raiding his son, former Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) says, "We received no notice, if there is a notice, we will definitely visit. It is ED's job to create media hype. Agencies are being used to defame people. They have been doing so… It is… pic.twitter.com/JSUlPfCIZo
— Press Trust of India (@PTI_News) March 15, 2025
उनकी टिप्पणियों से पता चलता है कि भाजपा राजनीतिक प्रतिशोध के लिए ईडी जैसी सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है , यह दावा अक्सर विपक्षी नेताओं द्वारा जांच का सामना करने पर किया जाता है।
भाजपा ने ED की कार्रवाई का बचाव किया, बघेल सरकार में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया
भूपेश बघेल ने इस छापेमारी को भाजपा की साजिश करार दिया है , वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ईडी की कार्रवाई का पुरजोर बचाव किया है । भाजपा नेताओं के अनुसार भूपेश बघेल की सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के घोटाले हुए हैं और ईडी केवल वित्तीय अनियमितताओं की जांच करके अपना कर्तव्य पूरा कर रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा:
उन्होंने कहा, “सभी जानते हैं कि भूपेश बघेल सरकार के दौरान बड़े घोटाले हुए थे । अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है, तो ईडी की छापेमारी से डरने की कोई वजह नहीं है। एजेंसी के खिलाफ उनके आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।”
इस बयान से पता चलता है कि भाजपा ईडी की जांच के पीछे दृढ़ता से खड़ी है , तथा उसके इस दावे को बल मिलता है कि एजेंसी पिछली सरकार के वित्तीय कदाचारों को उजागर करने के लिए काम कर रही है।
चैतन्य बघेल के घर पर ईडी की छापेमारी छत्तीसगढ़ में एक बड़े राजनीतिक विवाद में बदल गई है । भूपेश बघेल लगातार दावा कर रहे हैं कि उनके परिवार को आधिकारिक नोटिस नहीं मिला है और वे इस छापेमारी को भाजपा की राजनीतिक साजिश मानते हैं । दूसरी ओर, भाजपा ईडी की कार्रवाई का बचाव करते हुए तर्क दे रही है कि भ्रष्टाचार को उजागर करना न्याय के लिए महत्वपूर्ण है । जैसे-जैसे यह मामला आगे बढ़ रहा है, यह देखना बाकी है कि चैतन्य बघेल आखिरकार ईडी के सामने पेश होंगे या नहीं या फिर यह मामला राजनीतिक परिदृश्य में और तूल पकड़ेगा।