Bhopal Posters on Pahalgam Terror Attack: आतंकी हमले के बाद गुस्से में हिंदू संगठन, भोपाल की गलियों में लगे चेतावनी भरे बैनर

दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है। इसी गुस्से का इज़हार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कुछ हिंदू संगठनों ने किया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने शहर के कई चौराहों और गलियों में ऐसे पोस्टर और बैनर लगाए हैं जिनमें लिखा है – “अब नाम पूछने की आदत डालो”। इन पोस्टरों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पोस्टरों में यह संदेश दिया गया है कि बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए अब लोगों से उनका नाम पूछना जरूरी हो गया है।
धर्म पूछकर की गई हत्याओं ने बढ़ाया गुस्सा
पहलगाम आतंकी हमले में खबर आई थी कि आतंकियों ने निर्दोष लोगों से पहले उनका धर्म पूछा और फिर उनसे कलमा पढ़वाने को कहा। जो लोग कलमा नहीं पढ़ पाए उन्हें मार दिया गया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई। इस बात ने भोपाल समेत पूरे देश में लोगों को झकझोर दिया है। यही कारण है कि भोपाल में गुस्से के माहौल में हिंदू संगठनों ने ऐसे पोस्टर लगाए हैं जिनमें सीधा संदेश है कि अब सावधानी जरूरी है और नाम पूछना भी सुरक्षा का हिस्सा बन चुका है।
पोस्टर में विनय नरवाल की तस्वीर का इस्तेमाल
भोपाल में लगाए गए पोस्टरों में हरियाणा के करनाल निवासी विनय नरवाल और उनकी पत्नी की तस्वीर भी है। यह वही तस्वीर है जब आतंकियों ने पहलगाम में विनय नरवाल को गोली मारी थी और उनकी पत्नी उनके बगल में बैठी थीं। उस दर्दनाक पल को कैमरे में कैद किया गया था और अब उसी तस्वीर को इन पोस्टरों में शामिल किया गया है। हिंदू संगठनों का कहना है कि ये पोस्टर एक चेतावनी और जागरूकता का माध्यम हैं ताकि भविष्य में कोई और इस तरह का शिकार न बने।
भोपाल बंद और पुरानी पोस्टर की याद
इस आतंकी हमले के विरोध में 26 तारीख को भोपाल बंद का भी आह्वान किया गया था। शनिवार को शहर के बाजार आधे दिन तक बंद रहे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। सिर्फ जरूरी सेवाएं ही चालू थीं। इससे पहले दिवाली पर भी बजरंग दल ने एक विवादास्पद पोस्टर लगाया था जिसमें लिखा था कि दिवाली का सामान सिर्फ हिंदू दुकानदारों से ही खरीदें। उस पोस्टर की टैगलाइन थी – “अपना त्योहार अपनों से व्यवहार”। ऐसे पोस्टरों को लेकर समाज में बहस भी होती रही है और समर्थन व विरोध दोनों ही पक्ष सामने आते हैं।