भोपाल: MRI सेंटर में महिला के कापडे बदलते कमरे में छिपाकर रखा गया मोबाइल, वीडियो रिकॉर्डिंग की पुष्टि, कर्मचारी गिरफ्तार

महिलाओं के कापडे बदलते कमरे में छिपकर मोबाइल रखने और उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग करने के मामले में एमआरआई सेंटर के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है।
घटना का स्थान: मलीव्या नगर, भोपाल
भोपाल के मलीव्या नगर स्थित एक एमआरआई सेंटर में एक महिला के कापडे बदलते कमरे में मोबाइल फोन छिपाकर रखा गया था। इस मोबाइल फोन में दो महिलाओं की वीडियो मिली हैं, जो कापडे बदलते कमरे में रिकॉर्ड की गई थीं। यह मामला उस समय सामने आया जब एक महिला ने कापडे बदलते कमरे में मोबाइल फोन देखा और पाया कि वीडियो रिकॉर्डिंग चालू थी। महिला ने इस बारे में अपने पति को बताया, जिन्होंने मोबाइल को पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी।
मोबाइल से सामने आई दो महिलाओं की वीडियो
महिला द्वारा जानकारी मिलने के बाद, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। जांच में यह सामने आया कि मोबाइल फोन एमआरआई सेंटर में काम करने वाले कर्मचारी विशाल ठाकुर का था। विशाल ने कुछ दिन पहले इस सेंटर में काम करना शुरू किया था। पुलिस ने मोबाइल फोन की जांच की तो उसमें दो वीडियो पाए गए, जिनमें से एक वीडियो शिकायतकर्ता की पत्नी का था, जबकि दूसरा वीडियो एक अन्य महिला का था।
मोबाइल छिपाकर रखा था बल्ब के पास
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने मोबाइल फोन को बदलते कमरे में छिपाकर रखा था। कमरे की छत पर एक बल्ब लगा था, और आरोपी ने फोन को उस बल्ब के पास छिपा रखा था। मोबाइल फोन बल्ब की रोशनी के कारण आमतौर पर नजर नहीं आता था, जिससे आरोपी को पहले कम से कम एक वीडियो बनाने का मौका मिल चुका था। हालांकि, इस बार वह पकड़ा गया और उसकी करतूत सामने आई।
आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
आरोपी विशाल ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एरेरा हिल्स पुलिस थाना प्रभारी मनोज पटवा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 77 के तहत मामला दर्ज किया गया है और मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने बदलते कमरे को सील कर दिया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि उसने और कितनी महिलाओं की वीडियो बनाई हैं और इन वीडियो का उसने क्या किया था।
पुलिस की पूछताछ और आगे की जांच
पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि वह इन वीडियो का क्या करता था और उसने कितनी महिलाओं की वीडियो बनाई थीं। इस मामले में और भी जानकारी सामने आ सकती है, जिससे आरोपी की अन्य अपराधों की पहचान की जा सके।
भोपाल में इस तरह का मामला सामने आने से यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के निजी स्थानों में भी असुरक्षा का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सके। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी को कड़ी सजा दिलवाने की कोशिश करेगी।