Azamgarh Mahotsav 2024: मंत्री सूर्या प्रताप शाही ने किया महोत्सव का उद्घाटन, विभिन्न कलाकारों ने दी शानदार प्रस्तुतियाँ
Azamgarh Mahotsav 2024 का उद्घाटन बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्या प्रताप शाही ने किया। यह महोत्सव सरकार पॉलीटेक्निक कॉलेज में आयोजित किया गया, जहाँ मंत्री ने सभी लोगों से अनुरोध किया कि वे इस महोत्सव का पूरा आनंद लें और इसे सफल बनाने में सहयोग करें। मंत्री ने कहा कि आजमगढ़ महोत्सव इस क्षेत्र की कला, संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करने का एक बहुत बड़ा मंच है।
आजमगढ़ महोत्सव का महत्व
मंत्री सूर्या प्रताप शाही ने कहा कि आजमगढ़ महोत्सव का आयोजन आजमगढ़ के पौराणिक धरोहर को बनाए रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह महोत्सव स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने महोत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की और सभी कलाकारों को बधाई दी। साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन को इस महोत्सव के आयोजन के लिए भी बधाई दी।
महोत्सव की अवधि और आयोजन
जिला अधिकारी नवनीत सिंह चाहल ने बताया कि आजमगढ़ महोत्सव 2024 को आजमगढ़ फाउंडेशन डे के अवसर पर शुरू किया गया है। यह महोत्सव 18 से 22 सितंबर 2024 तक चलेगा, जिसमें विभिन्न कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इस महोत्सव में देश, राज्य और जिले की संस्कृति, विरासत और कला को प्रदर्शित किया जाएगा।
जिला अधिकारी नवनीत सिंह का बयान
जिला अधिकारी नवनीत सिंह चाहल ने कहा कि इस महोत्सव में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने जिले के लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में आजमगढ़ महोत्सव में शामिल हों और इसे सफल बनाने में अपना योगदान दें। महोत्सव के पहले दिन के कार्यक्रम में विजय प्यारे, विजय लक्ष्मी गुप्ता, अरुण सिंह अनारी और नंदिनी गौर ने शानदार लोक गीत प्रस्तुत किए। इसके साथ ही, मुकESH कुमार और दल ने फरवाही / कहरवा लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी, जिसे आयोध्या नॉर्थ सेंट्रल रीजन कल्चरल सेंटर प्रयागराज द्वारा प्रस्तुत किया गया।
महोत्सव के विशेष आकर्षण
आजमगढ़ महोत्सव में स्थानीय संस्कृति और कला के विविध पहलुओं को पेश किया जा रहा है। यह महोत्सव विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोकगीतों, नृत्यों और कला प्रदर्शन के माध्यम से आजमगढ़ की धरोहर को संजोने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस महोत्सव के माध्यम से न केवल स्थानीय कलाकारों को एक मंच मिलता है, बल्कि यह पूरे जिले और राज्य के सांस्कृतिक रंगों को भी दर्शाता है।
महोत्सव में भाग लेने वाले स्थानीय और बाहरी कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने विभिन्न कार्यक्रमों का आनंद लिया और महोत्सव की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि की सराहना की।