300 जवानों की संयुक्त कार्रवाई ने 10 घंटे में सुलझाया मामला; गुर्जर समाज ने किया पुलिस कप्तान का सम्मान

शिवपुरी। कभी-कभी कुछ घटनाएँ समाज की चेतना को झकझोर कर रख देती हैं। जिला अस्पताल से नवजात बच्ची ‘आध्या’ के अपहरण और फिर उसकी सुरक्षित घर वापसी का नाटकीय घटनाक्रम सिर्फ पुलिस की एक सफल जाँच नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना और कर्तव्यनिष्ठा का अद्भुत संगम है। जन्म के कुछ ही घंटों बाद अजनबी अगवाह कर लिया अब वह नन्ही जान अब फिर से अपनी माँ की गोद में है, जिसने पूरे शहर को भावनात्मक सुकून दिया है।
SP की गोद में ‘आध्या’: करुणा का प्रतीक
पुलिस अधीक्षक श्री अमन सिंह राठौड़ ने जब उस मासूम बच्ची को अपनी गोद में लिया और उसे स्नेहपूर्वक थामा, तो वह पल केवल एक प्रशासनिक तस्वीर नहीं था, बल्कि उस करुणा और जिम्मेदारी का जीवंत प्रतीक था जिसकी अपेक्षा आम जनता पुलिस विभाग से करती है। इस घटना ने साबित कर दिया कि जब कर्तव्य के साथ संवेदना का मेल होता है, तो पुलिस बल सिर्फ कानून का रखवाला नहीं, बल्कि जीवन का रक्षक बन जाता है।
तत्परता और दक्षता की मिसाल
शिवपुरी पुलिस ने इस संवेदनशील मामले में जिस अभूतपूर्व तत्परता और दक्षता का परिचय दिया, वह काबिले तारीफ है। 300 से अधिक पुलिस जवानों की अथक मेहनत, दिनभर की गहन सर्चिंग, और दो जिलों की संयुक्त, रणनीतिक कार्रवाई ने इस असंभव सी चुनौती को संभव बना दिया। इस बड़ी सफलता का श्रेय सीधे तौर पर पुलिस अधीक्षक  अमन सिंह राठौड़ के सूक्ष्म निर्देशन और मानवीय नेतृत्व को जाता है।
इस सराहनीय उपलब्धि के उपलक्ष्य में, गुर्जर समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधि पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँचे। उन्होंने पुलिस कप्तान श्री राठौड़ को शुभकामनाएँ दीं और उनका सम्मान किया। समाज के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि उनकी तत्परता और संवेदनशील नेतृत्व ने पूरे जिले में पुलिस पर जनता का विश्वास और भरोसा कई गुना मजबूत कर दिया है।
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि लक्ष्मण सिंह गुर्जर, कप्तान सिंह डांगरिया, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष जांडेल सिंह गुर्जर, फतेह सिंह गुर्जर, रामवीर गुर्जर, मंडल अध्यक्ष रमन बिहारी गुर्जर सहित गुर्जर समाज विकास समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद रहे। सभी ने पुलिस अधीक्षक श्री राठौड़ के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें सम्मानित किया।
 
				




