सीहोर में हुआ दिल दहला देने वाला हत्याकांड, वृद्धा के दोनों पैरों को काटकर चुराई गई चांदी की चूड़ियां
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां गुराड़िया रुपचंद गांव में शुक्रवार को कुछ अज्ञात बदमाशों ने एक वृद्धा महिला की नृशंसा हत्या कर दी। यह घटना आश्ता थाना क्षेत्र के तहत आई है, जहां बदमाशों ने महिला को खेत में काम करते समय गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद उन्होंने वृद्धा के दोनों पैरों को काटकर उसकी चांदी की चूड़ियां लूट लीं।
रक्त से सनी लाश मिली नाले में
घटना के बाद जब महिला के बेटे को अपनी मां का समय पर घर नहीं लौटना महसूस हुआ, तो वह खेत की ओर गया। वहां पहुंचते ही उसने अपनी मां का खून से सना हुआ शव पास के नाले में देखा। यह दृश्य उसके लिए पूरी तरह से चौंकाने वाला था। तुरंत उसने पुलिस को सूचना दी, और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए आश्ता भेजा गया।
हत्या और लूट की हैरान करने वाली वारदात
पुलिस के अनुसार, मृतक महिला मोतान बाई (75 वर्ष), जो हामीर सिंह की पत्नी थीं, शुक्रवार को दोपहर करीब तीन बजे अकेले अपने खेत में काम करने गई थीं। यह खेत उनके घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर था। जब शाम को पांच बजे तक वह घर नहीं लौटीं, तो उनका बेटा खेत पर पहुंचा। वहां पर उसे उसकी मां का शव नाले में पड़ा हुआ मिला। महिला के दोनों पैरों को काटा गया था और चांदी की चूड़ियां गायब थीं। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद
आश्ता थाना प्रभारी रवींद्र यादव ने बताया कि महिला के दोनों पैरों को काटा गया था और चांदी की चूड़ियां लूट ली गई थीं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसडीओपी आकाश अतुलकर ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नर्मदापुरम में हुआ था पहले भी ऐसा दर्दनाक कृत्य
यह घटना अकेली नहीं है। पिछले साल नर्मदापुरम में भी एक ऐसी ही दर्दनाक घटना घटी थी। 75 वर्षीय रामबाई, जो संकाखेड़ा कला में अपने खेत पर काम कर रही थीं, उन्हें भी बदमाशों ने बेरहमी से मारा था। उस वक्त भी आरोपियों ने रामबाई के दोनों पैरों को काटकर उनकी चांदी की चूड़ियां लूट ली थीं। इस तरह की घटनाएं समाज में भय और आक्रोश पैदा कर रही हैं और पुलिस प्रशासन को इन अपराधों पर कड़ी नज़र रखनी चाहिए।
समाज में बढ़ते अपराध और सुरक्षा की जरूरत
ये घटनाएं न केवल पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती हैं, बल्कि समाज में बढ़ते अपराधों की गंभीरता को भी दर्शाती हैं। इस तरह की नृशंस हत्याओं से यह स्पष्ट है कि वृद्ध महिलाओं और अकेले रहने वाले व्यक्तियों को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है। इन अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और समाज में जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार के जघन्य अपराधों को रोका जा सके।
पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी
इस प्रकार की घटनाओं के बढ़ने के बाद पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। पुलिस को ऐसे अपराधियों की पहचान जल्द से जल्द करनी चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि समाज में सुरक्षा की भावना बनी रहे। इसके अलावा, यह भी जरूरी है कि पुलिस समुदाय के साथ मिलकर सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाए, ताकि आम लोग भी अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहें।
सीहोर की यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है। हमें समाज में बढ़ते अपराधों के प्रति गंभीरता से सोचना होगा। पुलिस प्रशासन को और ज्यादा प्रभावी तरीके से अपराधों को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। साथ ही, समाज को भी इस तरह की घटनाओं से जागरूक होकर एकजुट होने की आवश्यकता है, ताकि हम सभी मिलकर अपने समाज को सुरक्षित बना सकें।