MP News: कांग्रेस विधायक बाबू जंदेल के विवादास्पद बयान पर हिंदू संगठनों का विरोध बढ़ा
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों कांग्रेस विधायक बाबू जंदेल के विवादास्पद बयान ने हलचल मचा दी है। उनके द्वारा भगवान शिव के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विभिन्न हिंदू संगठनों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटनाक्रम ने न केवल राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया है, बल्कि हिंदू समाज में भी गहरा आक्रोश फैलाया है।
विवादास्पद बयान का विस्तार
कांग्रेस विधायक बाबू जंदेल, जो श्योपुर से विधायक हैं, ने एक ऐसा बयान दिया जिसे कई लोग भगवान शिव का अपमान मान रहे हैं। उनकी टिप्पणी को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं आई हैं। राष्ट्रीय स्तर पर वishwa हिंदू परिषद (VHP) के प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा कि “कांग्रेस का हिंदुओं के खिलाफ विरोध अब अपनी सीमा पार कर चुका है। यहां तक कि भगवान शंकर भी सुरक्षित नहीं हैं।”
बंसल ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से इस बयान के लिए माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, “यह कोई साधारण नेता नहीं है, बल्कि श्योपुर का कांग्रेस विधायक बाबू जंदेल है, जो कांग्रेस के अपमान की संस्कृति को उजागर कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस बयान ने हिंदू समाज में गहरा आक्रोश पैदा किया है और कांग्रेस को तुरंत माफी मांगनी चाहिए और बाबू जंदेल को पार्टी से निकाल देना चाहिए।
भाजपा का हमला
भाजपा नेताओं ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर लगातार हमला किया है। उनका कहना है कि कांग्रेस की बार-बार सामने आने वाली “विरोधी हिंदू मानसिकता” इस बयान से एक बार फिर उजागर हुई है। कई भाजपा नेताओं ने कहा है कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और अपने विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा के नेता यह भी आरोप लगा रहे हैं कि बाबू जंदेल का बयान हिंदू समाज को एकजुट करने का प्रयास कर रहे संगठनों को ठेस पहुँचाने वाला है।
हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया
हिंदू संगठनों ने बाबू जंदेल के बयान को लेकर अपना विरोध तेज कर दिया है। VHP और अन्य संगठनों ने एकजुट होकर कांग्रेस से माफी की मांग की है। उनका कहना है कि भगवान शिव का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि कांग्रेस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है, तो वे एक तीव्र आंदोलन की योजना बनाएंगे।
हिंदू संगठनों का कहना है कि यह केवल एक बयान नहीं है, बल्कि यह एक बड़ी मानसिकता का हिस्सा है जो हिंदू धर्म और उसके प्रतीकों का अपमान करती है। उनका मानना है कि इस प्रकार के बयानों से समाज में नफरत और असहमति पैदा होती है, जिससे सांप्रदायिक सद्भावनाओं को खतरा होता है।
कांग्रेस की स्थिति
कांग्रेस पार्टी इस विवाद पर चुप्पी साधे हुए है। हालांकि, अब राजनीतिक विश्लेषक यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या कांग्रेस इस मुद्दे पर कार्रवाई करेगी या यह केवल एक राजनीतिक बवंडर बनेगा। कुछ पार्टी नेता यह कह रहे हैं कि इस तरह के बयानों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुँच सकता है और इससे पहले भी पार्टी को ऐसे मामलों में प्रतिक्रिया देने में कठिनाई हो चुकी है।
विधायक बाबू जंदेल ने इस विवाद के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका इरादा किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने का नहीं था। इसके बावजूद, उनके द्वारा किए गए बयानों का व्यापक असर पड़ा है, और उनके समर्थक और विरोधी दोनों पक्ष इस मामले पर अपनी आवाज उठा रहे हैं।