सुकमा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, 10 नक्सली ढेर, सीएम विष्णुदेव साई ने क्या कहा?
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के भेज्जी इलाके में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। घटना स्थल से तीन ऑटोमैटिक और खतरनाक हथियार बरामद किए गए हैं। शुक्रवार सुबह शुरू हुई यह मुठभेड़ रुक-रुक कर अब भी जारी है। सुकमा जिले के एसपी किरण चावन ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई का बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई ने इस मुठभेड़ पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, “22 नवंबर को सुरक्षा बलों ने सुकमा जिले में एक बड़े ऑपरेशन के तहत 10 नक्सलियों को मार गिराया। यह हमारी सरकार की शून्य सहनशीलता की नीति का परिणाम है।” मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृतसंकल्प है।
नक्सलियों की मौजूदगी की मिली थी जानकारी
जानकारी के अनुसार, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) टीम को एक दिन पहले नक्सलियों के ओडिशा से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीआरजी और सीआरपीएफ की टीमों को भेजा गया। सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच सुकमा जिले के जंगलों में मुठभेड़ शुरू हुई।
कई क्षेत्रों में जारी है मुठभेड़
भेज्जी थाने के अंतर्गत आने वाले कोरजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागरम और भंडारपदर के जंगलों और पहाड़ियों में यह मुठभेड़ जारी है। अब तक मुठभेड़ स्थल से 10 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा बलों को आईएनएसएएस, एके-47, एसएलआर और कई अन्य हथियार भी मिले हैं।
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की बढ़त
इस मुठभेड़ में डीआरजी और सीआरपीएफ की टीमों ने बहादुरी का परिचय दिया। नक्सलियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखते हुए यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया। यह मुठभेड़ नक्सल विरोधी अभियान की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मुठभेड़ का प्रभाव
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की आक्रामक रणनीति के चलते नक्सली बैकफुट पर आ गए हैं। इस ऑपरेशन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि सरकार और सुरक्षा बल नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
शांति और विकास की ओर बढ़ता छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास सुनिश्चित करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सुरक्षा बलों का यह साहसिक कदम बस्तर क्षेत्र में नागरिकों के विश्वास को बढ़ाएगा और नक्सलियों की हिंसात्मक गतिविधियों को रोकने में मदद करेगा।
सुरक्षा बलों का जोश और जनता का समर्थन
सुकमा मुठभेड़ ने न केवल सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि राज्य की जनता में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास भी मजबूत किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में जवानों का उत्साह साफ झलकता है। लोग सुरक्षा बलों के प्रयासों की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
सुकमा जिले में हुई इस मुठभेड़ ने नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई को नई दिशा दी है। 10 नक्सलियों के मारे जाने और हथियारों की बरामदगी से यह साफ है कि सुरक्षा बल नक्सलवाद के खात्मे के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साई का बयान और उनके द्वारा जताई गई खुशी, राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ हो रही प्रगति को दर्शाती है। यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ में शांति और विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम है।