योगी आदित्यनाथ की बकरीद की बधाई, क्या सामाजिक सद्भाव का नया दौर शुरू होगा?

देश भर में आज बकरीद यानी ईद उल-अजहा का त्योहार बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी खुशी के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी लोगों को ईद की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि ईद उल-अजहा भाईचारे और प्रेम का त्योहार है। हर किसी को यह त्योहार सामाजिक सद्भाव के साथ मनाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री कार्यालय से एक संदेश भी जारी किया गया है जिसमें समाज में एकता और प्रेम बनाए रखने की प्रेरणा दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी का विशेष संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद उल-अजहा के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह त्योहार सभी को साथ मिलकर रहने और सामाजिक सामंजस्य बनाए रखने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने सभी से अपील की है कि वे इस पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाएं ताकि समाज में प्रेम और भाईचारे का संदेश फैल सके। उनका यह संदेश पूरे प्रदेश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर रहा है।
त्योहार की तैयारियां कई दिनों से चल रही हैं
बकरीद को लेकर पूरे प्रदेश में कई दिनों से तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं सभी जिलों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठकें कर त्योहार को शांति एवं सुरक्षा के साथ मनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के विवाद या हिंसा की स्थिति न हो इसलिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। अधिकारियों को यह भी कहा गया कि त्योहार के दौरान सभी व्यवस्था कड़ाई से सुनिश्चित की जाए ताकि हर कोई खुशहाल माहौल में पर्व का आनंद उठा सके।
लखनऊ में 27 मार्गों पर वाहन प्रवेश प्रतिबंधित
लखनऊ पुलिस बकरीद को लेकर कई दिनों से अलर्ट मोड पर है। आज सुबह से पुराने शहर के 27 स्थानों पर वाहन आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। इससे पहले ही वाहन मार्गों के डायवर्जन की योजना सार्वजनिक कर दी गई थी ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो। नमाज़ के स्थान से लेकर आसपास के क्षेत्र में विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। शांति समिति की बैठकें लगातार आयोजित की जा रही हैं और लोगों से प्रेम व शांति के साथ त्योहार मनाने की अपील की जा रही है। पुलिस और प्रशासन के उच्च अधिकारी इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं। धार्मिक गुरुओं के साथ मिलकर यह भी कहा जा रहा है कि कहीं खुले में बलिदान न हो और कोई नई परंपरा न शुरू हो। इसका असर साफ देखा जा रहा है और लखनऊ के साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी बकरीद का त्योहार शांति से मनाया जा रहा है।