क्या खेसारी लाल यादव सपा में शामिल होंगे? महाशिवरात्रि पर अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद बढ़ी सियासी अटकलें

बिहार और उत्तर प्रदेश में बेहद लोकप्रिय भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीर खुद अखिलेश यादव ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर साझा की, जिसमें दोनों नेता गर्मजोशी से हाथ मिलाते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या खेसारी लाल यादव समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे? क्या वह यूपी विधानसभा चुनाव से पहले किसी राजनीतिक भूमिका में नजर आएंगे? हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह चर्चा जोरों पर है कि भोजपुरी सुपरस्टार का राजनीतिक सफर जल्द ही शुरू हो सकता है।
अखिलेश यादव ने कलाकारों की स्वतंत्रता पर दिया बयान
अखिलेश यादव ने खेसारी लाल यादव के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा,
“एक कलाकार में समाज को सही दिशा दिखाने की क्षमता होती है। सत्ताधारियों का कर्तव्य है कि वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित करें।”
उनके इस बयान को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा प्रमुख भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और इससे जुड़े कलाकारों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यह बयान कहीं न कहीं फिल्म इंडस्ट्री और कलाकारों के समर्थन में दिया गया एक संदेश माना जा रहा है।
अखिलेश भैया, आपकी यह सोच हर कलाकार के लिए प्रेरणा से भरा हुआ है। आपके विचारों से मैं पूरी तरह सहमत हूं। कलाकारों और समाज के हित में हम सभी को मिलकर काम करना ही होगा।@yadavakhilesh https://t.co/7ot2vJ6odp
— Khesari Lal Yadav (खेसारी) (@khesariLY) February 26, 2025
खेसारी लाल यादव ने अखिलेश यादव की सोच को बताया प्रेरणादायक
खेसारी लाल यादव ने अखिलेश यादव के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा,
“अखिलेश भैया, आपकी यह सोच हर कलाकार के लिए प्रेरणादायक है। मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूं। हमें सभी को मिलकर कलाकारों और समाज के हित में काम करना होगा।”
उनके इस जवाब के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वे समाजवादी पार्टी के प्रति झुकाव दिखा रहे हैं। हालांकि, अभी तक उन्होंने राजनीति में प्रवेश को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है।
पहले भी कई बार मिल चुके हैं अखिलेश यादव और खेसारी लाल
यह पहला मौका नहीं है जब खेसारी लाल यादव और अखिलेश यादव की मुलाकात हुई हो। इससे पहले भी दोनों कई मौकों पर मिल चुके हैं। खेसारी लाल यादव केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में भी सक्रिय रुचि लेते दिखे हैं। बिहार में वे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव के साथ भी कई मौकों पर देखे गए हैं। उन्होंने भोजपुरी फिल्मों के प्रचार-प्रसार और बिहार के लोगों के कल्याण की बात भी कई बार कही है।
क्या खेसारी लाल यादव का सपा में शामिल होना तय है?
भोजपुरी सिनेमा में खेसारी लाल यादव की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। उनके चाहने वालों की संख्या उत्तर प्रदेश और बिहार में लाखों में है। यही कारण है कि राजनीतिक पार्टियां उनके प्रति आकर्षित हो रही हैं।
यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले खेसारी लाल यादव का सपा के करीब आना सियासी रणनीति का हिस्सा माना जा सकता है। अगर वे सपा में शामिल होते हैं, तो यह पार्टी के लिए पूर्वांचल और भोजपुरी भाषी वोटरों को आकर्षित करने में सहायक हो सकता है।
हालांकि, अभी तक न तो समाजवादी पार्टी और न ही खेसारी लाल यादव ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या खेसारी लाल यादव राजनीति में उतरेंगे या फिर यह केवल एक सामान्य मुलाकात थी।
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति का कनेक्शन
यह पहली बार नहीं है जब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों का राजनीति से जुड़ाव देखा गया हो। इससे पहले भी कई भोजपुरी कलाकार राजनीति में कदम रख चुके हैं।
- मनोज तिवारी – भाजपा से सांसद हैं और दिल्ली की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
- रवि किशन – भाजपा से सांसद हैं और गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
- पवन सिंह – भाजपा से जुड़ चुके हैं और चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है।
अब खेसारी लाल यादव भी अगर राजनीति में उतरते हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस दल को चुनते हैं और उनकी भूमिका क्या होगी।
भोजपुरी कलाकारों की राजनीति में भूमिका क्यों अहम है?
भोजपुरी कलाकारों की लोकप्रियता बहुत ज्यादा है, खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में। भोजपुरी फिल्मों और गानों के जरिए ये कलाकार जनता से सीधा संवाद करते हैं और उनकी लोकप्रियता राजनीतिक वोट बैंक को भी प्रभावित कर सकती है।
उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीति में भोजपुरी कलाकारों की एंट्री से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी इस बात को समझते हैं, इसलिए उन्होंने खेसारी लाल यादव से मुलाकात कर एक खास संदेश देने की कोशिश की है।
खेसारी लाल यादव और अखिलेश यादव की इस मुलाकात से कई राजनीतिक अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अगर खेसारी लाल यादव समाजवादी पार्टी में शामिल होते हैं, तो यह भोजपुरी भाषी वोटरों को लुभाने की एक बड़ी रणनीति साबित हो सकती है।
भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव का राजनीति में उतरना एक बड़ा बदलाव हो सकता है, जिससे यूपी और बिहार की राजनीति में नई हलचल देखने को मिलेगी। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में वे किस राजनीतिक राह को चुनते हैं।