‘वक्फ संपत्तियों पर माफिया का कब्जा’ – PM को पत्र लिखकर इब्राहिम हुसैन ने की जांच की मांग

देश भर में वक्फ संशोधन बिल को लेकर विरोध की लहर है। विभिन्न राजनीतिक और धार्मिक संगठन इसके खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं। इसी बीच, अलीगढ़ के प्रसिद्ध मुस्लिम धार्मिक नेता इफराहीम हुसैन ने प्रधानमंत्री को एक पत्र भेजकर इस बिल का विरोध करने वालों के खिलाफ जांच की मांग की है। उनका कहना है कि जो लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं, उन्होंने अब तक वक्फ संपत्तियों को ज़मीन माफिया से मुक्त कराने और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग क्यों नहीं की?
वक्फ संपत्तियों के सही इस्तेमाल की आवश्यकता – हुसैन
इफराहीम हुसैन ने पत्र में जोर देते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों के बारे में अब तक जो भी कार्य किए गए हैं, वे नाकाफी रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वक्फ संपत्तियां ज़मीन माफिया के कब्जे में नहीं हैं? क्या मुस्लिम समाज के जरूरतमंद लोग इन संपत्तियों का फायदा उठा पा रहे हैं? अगर नहीं, तो इसे गंभीरता से जांचा जाना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। हुसैन ने कहा कि कुछ लोग जो मुस्लिम समाज का नेतृत्व कर रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं और जरूरतमंद मुसलमानों को उनके अधिकार से वंचित कर रहे हैं। ऐसे लोगों को पहचाना जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
वक्फ संपत्तियों की खराब हालत पर चिंता जताते हुए – हुसैन
इफराहीम हुसैन ने वक्फ संपत्तियों की हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि देशभर में हजारों वक्फ संपत्तियां हैं, लेकिन उनका सही तरीके से रख-रखाव नहीं किया जा रहा है। कई संपत्तियां ज़मीन माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर ली गई हैं, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने सरकार से वक्फ संपत्तियों की स्थिति पर विस्तृत जांच कराने और उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, जिन्होंने इन संपत्तियों पर अवैध कब्जा कर रखा है।
वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग करने की अपील
धार्मिक नेता ने मुस्लिम समाज के नेताओं और संगठनों से अपील की कि इस मुद्दे पर राजनीति करने के बजाय समाज के कल्याण के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के बेहतर भविष्य के लिए यह आवश्यक है कि वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से उपयोग किया जाए और इसका लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचे। अगर ऐसा नहीं होता, तो यह समाज के लिए बड़ा नुकसान होगा। इफराहीम हुसैन ने प्रधानमंत्री को भेजे गए अपने पत्र में यह भी लिखा कि वक्फ संपत्तियों के रख-रखाव और सही उपयोग के लिए एक पारदर्शी नीति बनाई जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन के लिए एक स्वतंत्र समिति का गठन करे, जो इन संपत्तियों की निगरानी करे और सुनिश्चित करे कि उनका सही तरीके से उपयोग हो रहा है।