Uttar Pradesh के मंत्री संजय निषाद के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त, चार महिला कार्यकर्ता सहित पांच घायल

Uttar Pradesh सरकार के मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के काफिले की एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हादसा मंगलवार रात बलिया जिले के खेजुरी थाना क्षेत्र के जनुआन गांव के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, जानवर को बचाने के प्रयास में गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। इस दुर्घटना में गाड़ी में सवार चार महिला कार्यकर्ता और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार रात मंत्री संजय निषाद अपने काफिले के साथ बलिया में पार्टी द्वारा आयोजित “संवैधानिक अधिकार यात्रा” में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान, खेजुरी थाना क्षेत्र के जनुआन गांव के पास काफिले की एक गाड़ी सामने अचानक आए जानवर को बचाने की कोशिश में नियंत्रण खो बैठी और खाई में जा गिरी।
गाड़ी पलटने से उसमें सवार लोगों को चोटें आईं। घटना के तुरंत बाद वहां हड़कंप मच गया। मौके पर उपस्थित अन्य वाहनों के चालक और स्थानीय लोग घायलों की मदद के लिए आगे आए।
घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
हादसे की सूचना मिलते ही क्षेत्र के एसडीएम सिकंदरपुर रवि कुमार और एएसपी अनिल झा मौके पर पहुंचे। घायल लोगों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा के लिए सीएचसी सिकंदरपुर ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने गंभीर रूप से घायल लोगों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
कौन-कौन हुए घायल?
मंत्री संजय निषाद ने बताया कि इस दुर्घटना में पार्टी कार्यकर्ता राकेश निषाद, रामरती, उषा, गीता और इरावती निषाद घायल हुए हैं। इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस और प्रशासन
घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और बचाव कार्य में मदद की। स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
मंत्री ने व्यक्त की चिंता
डॉ. संजय निषाद ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उनके लिए परिवार के सदस्य जैसे हैं और इस हादसे ने उन्हें बहुत आहत किया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में रात के समय अक्सर जानवर सड़क पर आ जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने प्रशासन से इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की है।
सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना सड़क सुरक्षा और काफिले के प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े करती है। मंत्री जैसे महत्वपूर्ण व्यक्ति के काफिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए थे। साथ ही, इस क्षेत्र में सड़कों पर घूमते जानवरों की समस्या का समाधान निकालना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
दुर्घटना के बाद जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना एक बार फिर यह बताती है कि सड़क पर चलते समय सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतना कितना जरूरी है। खासकर रात के समय तेज गति से वाहन चलाने से बचना चाहिए और सड़क पर अचानक आने वाली बाधाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
संजय निषाद के काफिले की दुर्घटना एक दुखद घटना है, लेकिन राहत की बात यह है कि सभी घायलों को समय पर इलाज मिल गया। प्रशासन और सरकार को चाहिए कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। साथ ही, घायल कार्यकर्ताओं के इलाज और पुनर्वास के लिए हर संभव मदद सुनिश्चित की जानी चाहिए।